घाटी में सेना की ताबड़तोड़ कार्रवाई से खौफजदा आतंकियों ने घुसपैठ का रास्ता बदल दिया है। खुफिया सूत्रों के मुताबिक, आतंकी अब घुसपैठ के लिए नए रास्ते तलाश रहे हैं। उरी सेक्टर में कुछ ऐसे स्थानों से आतंकी घुसपैठ के प्रयास हुए भी हैं, लेकिन सेना ने उन्हें विफल कर दिया।
सेना के अनुसार घुसपैठ के सभी मौजूदा एवं संभावित रास्तों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। घुसपैठ के संभावित नए रास्तों की पहचान कर त्वरित कार्रवाई के लिए सेना की तैनाती की जा रही है।
पुराने रास्ते छोड़े
सूत्रों के अनुसार आतंकी पाक अधिकृत कश्मीर से उरी, गुरेज, नौगाम, पुंछ, सांबा, कुपवाड़ा में पुराने रास्तों से घुसपैठ नहीं कर रहे हैं। अब उन्होंने नई रणनीति बनाते हुए गहरी खाइयों वाले रास्ते से घुसपैठ की योजना बना रहे हैं।
नए रास्ते से घुसपैठ की खबर नहीं
सेना के प्रवक्ता के अनुसार हालांकि अभी तक नए रास्ते से आतंकियों के घुसने की खबर नहीं है। लेकिन फिर भी सेना ऐसी घटनाओं पर नजर रखे हुए है। उत्तर कश्मीर में सीमा पर उन स्थानों को भी चिह्नित कर लिया है जो बर्फ आदि के कारण ढंक जाते थे जहां अभी तक सेना को तैनात नहीं किया जा सका था। अब इन स्थानों पर न सिर्फ निगरानी होगी बल्कि सेना की तैनाती भी रहेगी। ज्यादातर ये खाई वाले स्थान हैं। यहां निगरानी पूरे साल भर रहेगी। दक्षिण कश्मीर में घुसैपठ की आशंकाएं कम हैं।
खुफिया तंत्र पर जोर
सेना उत्तरी कश्मीर के सीमावर्ती इलाकों में खुफिया तंत्र को मजबूत बनाने में जुटी है। इसके तहत स्थानीय लोगों से सूचनाएं प्राप्त करने के लिए उन्हें भरोसे में ले रही है। खासकर सर्च अभियान के दौरान लोगों को किसी तरह की दिक्कत नहीं होने दे रही है। दूसरे, मिलिटरी इंटेलीजेंसी के नेटवर्क को भी इस इलाके में मजबूत किया गया है।
तीन से चार किलोमीटर पीछे हटे
कुपवाड़ा, गुरेज, उरी समेत अन्य क्षेत्रों में आतंकी पहले घुसपैठ करते थे, लेकिन सेना के आक्रामक रुख के बाद अब उन्होंने अपने रास्ते बदले हैं जो पुराने रास्ते से तीन-चार किलोमीटर आगे-पीछे हैं।
इसलिए बदली रणनीति
खुफिया सूचनाएं हैं कि इन्हीं क्षेत्रों में आतंकी दूसरे स्थानों से घुसपैठ के नए रास्ता बना सकते हैं। क्योंकि इनमें पहाड़, नाले, खाइयां आदि हैं। इन सब जगह सेना या सुरक्षा बल नहीं हैं। उरी में एक-दो घटनाएं ऐसे रास्ते पर हुई हैं जहां कभी घुसपैठ नहीं हुई।
घुसपैठ को लेकर सेना के सख्त होते ही आतंकी रास्ता बदल लेते हैं,लेकिन ज्यादा समय तक ऐसा रास्ता सेना या सुरक्षा बलों की नजर से बचा नहीं रह सकता। उत्तरी कश्मीर में ऐसे कई नए रास्ते पिछले कुछ सालों के दौरान बने हो सकते हैं।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने एम्स भोपाल में हुए मध्य भारत के पहले हार्ट ट्रांसप्लांट से पुनर्जीवन प्राप्त करने वाले मरीज दिनेश मालवीय से उनकी कुशलक्षेम पूछी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इस उपलब्धि के लिए एम्स भोपाल की टीम को बधाई दी।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि सिहंस्थ: 2028 का व्यवस्थित और सफल आयोजन राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। सिंहस्थ की व्यवस्थाओं का विस्तार उज्जैन जिले के ग्रामीण क्षेत्रों तक होगा, अत: इसमें पंचायत प्रतिनिधियों की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। सिंहस्थ के आयोजन में श्रद्धालुओं के आवागमन की दृष्टि से उज्जैन जनपद विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, इंडस्ट्रियल बेल्ट भी इसी क्षेत्र में विद्यमान है।
भोपाल। मध्य प्रदेश में सरकारी यात्री बस सेवा का संचालन कंपनियों के माध्यम से किया जाएगा। इसको लेकर परिवहन विभाग ने प्रस्ताव तैयार कर लिया है। इसको कैबिनेट की बैठक में रखा जाएगा। इससे पहले परिवहन विभाग ने संबंधित अन्य विभागों से यात्री परिवहन बस संचालन को लेकर राय ली। इसमें शहरी विकास विभागऔर विधि विभाग ने अपनी राय दे दी है। इसके तहत एक राज्य स्तर की कंपनी बनाई जाएगी।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में राज्य सरकार निरंतर किसानों के कल्याण के लिये कृत संपल्पित होकर कार्य कर रही है। सरकार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ज्ञान (GYAN) से ध्यान पर फोकस करते हुए 4 मिशन के क्रियान्वयन पर जोर दिया है। जल्द ही प्रदेश में किसान कल्याण के लिये मिशन भी प्रारंभ होने वाला है। वर्तमान में किसानों के कल्याण की विभिन्न योजनाएँ संचालित हो रही है।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने माँ नर्मदा जयंती की समस्त प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि माँ नर्मदा के अविरल प्रवाह ने मध्यप्रदेश को समृद्ध और खुशहाल बनाया है। मध्यप्रदेश की जीवन रेखा माँ नर्मदा का आशीर्वाद ऐसे ही अनवरत बरसता रहे, यही कामना है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नर्मदा जयंती पर प्रदेशवासियों से जल और संस्कृति के संरक्षण के लिए संकल्पित होने का आव्हान किया है।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि युवा वर्ग अपने सपनों को साकार करने के लिए आगे बढ़े। राज्य सरकार हरसंभव सहयोग प्रदान करने के लिए तत्पर है। इस क्रम में कल 5 फरवरी को सभी पात्र निर्धारित विद्यार्थियों को स्कूटी प्रदान की जाएगी। युवा वर्ग अपनी प्रावीण्यता का लाभ ले और अपने साथियों के लिए भी प्रेरणा का स्त्रोत बनें, इस उद्देश्य से यह उपक्रम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि युवा न केवल उद्यमी बनें अपितु सब प्रकार से सक्षम भी बनें और अपने लक्ष्य प्राप्ति में सफल हों।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पूर्वोत्तर राज्यों से भारत एकात्मता यात्रा पर आए विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश केवल भौगोलिक दृष्टि से ही नहीं, बल्कि सांस्कृतिक रूप से भी देश की एकता और अखंडता को दर्शाता है। उन्होंने प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत और राष्ट्रप्रेम की भावना को रेखांकित करते हुए विद्यार्थियों को इस विविधता का सम्मान करने और भारतीय संस्कृति को आत्मसात करने की प्रेरणा दी।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हाल ही में पेश केन्द्रीय बजट में मध्यप्रदेश के लिए रेलवे सुविधाओं के लिए 14 हजार 745 करोड़ रुपए के बजट आवंटन के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का आभार व्यक्त कर मध्यप्रदेश के नागरिकों की ओर से धन्यवाद दिया है।
भोपाल। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने गोपाल भार्गव को राजभवन में विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह का गरिमामय आयोजन राजभवन के दरबार हॉल में किया गया था। समारोह में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, उप-मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, उप-मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल भी मौजूद थे।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मंत्र को साकार कर जनता की जिन्दगी बदलना ही हमारी सरकार का लक्ष्य है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में जन-सामान्य ने अपना विश्वास व्यक्त किया है, उनके नेतृत्व में विकास की प्रक्रिया जारी है। विकास और जनकल्याण के लक्ष्य को संकल्प पत्र-2023 के अनुरूप धरातल पर उतारना हमारा उद्देश्य है। सभी विभाग संकल्प पत्र के सभी वादों, संकल्पों और घोषणाओं की पूर्ति का काम मिशन मोड में आरंभ कर समय-सीमा में लक्ष्य प्राप्ति सुनिश्चित करें।