शंघाई कॉपरेशन समिट के दौरान भारत और पाकिस्तान को इसका स्थाई सदस्य घोषित कर दिया गया। भारत को करीब 12 वर्षों के बाद इसमें एंट्री मिली है। यह मौका बेहद खास था। खास महज इसलिए ही नहीं कि इसमें भारत को इतने वर्षों के बाद एंट्री मिली, बल्कि खास इसलिए है क्योंकि भारत और पाकिस्तान एक ही मंच पर आमने-सामने थे। अस्ताना में हुए वार्षिक सम्मेलन में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के साथ चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग भी मौजूद थे। इसमें भाषण देते हुए मोदी ने एक साथ इन दोनों देशों को निशाने पर लिया।
चीन और पाकिस्तान को दिया सीधा संदेश
हिंदी में दिए अपने भाषण में प्रधानमंत्री ने साफ कर दिया कि भारत चीन की अगुआई वाले इस संगठन का सदस्य बन रहा है, लेकिन संप्रभुता और आतंकवाद के मुद्दे पर वह अपने हितों से कोई समझौता नहीं करेगा। चीन की तरफ इशारा करते हुए मोदी ने कहा कि आपसी संपर्क बढ़ाना जरूरी है। यह व्यापार और निवेश बढ़ाने के लिए सबसे अहम तत्व है। लेकिन, इसके साथ हर देश की संप्रभुता का भी ख्याल रखा जाना चाहिए। नवाज शरीफ की मौजूदगी में मोदी ने आतंकवाद का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि आतंकवाद आज सबसे बड़ी चुनौती है। मुझे पूरा भरोसा है कि भारत और एससीओ का सहयोग आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को और मजबूत व ताकत से आगे बढ़ाएगा।
नहीं उठा सकते द्विपक्षीय मुद्दे
इस मंच पर द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा नहीं हो सकती, यह बात भारत बेहद अच्छी तरह से जानता है। भारत इसमें इसकी शुरुआत से ही ऑब्जरवर की भूमिका निभाता रहा है। लेकिन इन सभी से अलग खास बात यह थी कि भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ठीक सामने बैठे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को एक बार फिर से सभी के सामने शर्मिंदा होने पर मजबूर कर दिया।
नवाज का चेहरा था देखने लायक
पीएम मोदी द्वारा दी गई स्पीच के दौरान पाकिस्तान पीएम नवाज शरीफ का चेहरा देखने लायक था। पीएम मोदी ने अपनी स्पीच में इस दौरान बिना पाकिस्तान का नाम लिए साफ कर दिया कि कुछ देश आतंकियों की पनाहगाह बने हुए हैं, इनको खत्म करने की बेहद जरूरत है। पीएम मोदी के स्पीच देने के दौरान एक वक्त ऐसा भी आया जब नवाज शरीफ का सिर झुक गया था और वह नजरें नहीं उठा पाए। इसके अलावा स्पीच के दौरान पीएम नवाज शरीफ के पीछे बैठे फौज के आला-अफसर ने उनके कानों में कुछ बुदबुदाया जिसके जवाब में शरीफ ने बड़ी शराफत के साथ सिर हिला दिया। यह नजारा वहां मौजूद सभी राष्ट्र प्रमुखों ने अपनी आंखों से देखा और मीडिया में भी इसको खूब दिखाया गया।
भारत के लिए एससीओ का मंच किस तरह से कारगर साबित होगा?
पाकिस्तान को घेरने में सहायक बनेगा SCO मंच
मध्य एशिया में व्यापार बढ़ाने के लिए लिहाज से सहायक होगा SCO
आतंकवाद के खात्मे के लिए कारगर साबित होगा SCO
चीन पाकिस्तान की हकीकत आएगी सभी के सामने
मोदी की स्पीच से बैकफुट पर नवाज
पीएम मोदी की स्पीच से बैकफुट पर आए नवाज शरीफ अपनी बारी में कुछ खास नहीं कह पाए। उन्होंने अपनी स्पीच के दौरान भारत को एससीओ की सदस्यता मिलने पर बधाई दी और कहा कि आतंकवाद से निपटने के लिए पाकिस्तान हमेशा से ही अन्य देशों का साथ देने के समर्थन में रहा है। एससीओ के मंच पर पाकिस्तान के बदले सुर उसकी मजबूरी को बयां करने के लिए काफी हैं। यदि यहां पर द्विपक्षीय मामलों को उठाना प्रतिबंधित नहीं होता तो पाकिस्तान यहां पर भी कश्मीर राग अलापना नहीं भूलता।
नवाज-मोदी की हुई अनौपचारिक मुलाकात
एससीओ में पीएम मोदी और नवाज की एक शिष्टाचार लेकिन अनौपचारिक मुलाकात भी हुई थी। जिसके बाद जानकारी दी गई थी कि इस दौरान दोनों नेताओं ने एक दूसरे की कुशलता के बारे में जानकारी भी ली। इस मुलाकात में इससे अधिक कुछ नहीं हुआ। हालांकि इस यात्रा से पहले ही भारत सरकार की तरफ से यह बात साफ कर दी गई थी कि पीएम मोदी की नवाज शरीफ से न कोई बात होगी न ही कोई मुलाकात होगी। लिहाजा हुआ भी यही।
भारत पाक की सदस्यता के दस्तावेजों पर छह देशों ने किए साइन
रूस, चीन, किरगिस्तान, कजाखिस्तान, तजाकिस्तान और उजबेकिस्तान के शीर्ष नेताओं ने भारत व पाक को पूर्ण सदस्य बनाने संबंधी दस्तावेज पर हस्ताक्षर किए। बाद में सभी सदस्य देशों ने दो अहम दस्तावेजों पर भी अपनी सहमति दी। इसमें एक कट्टरपंथ के खिलाफ सामूहिक प्रयास करने से जुड़ा हुआ है, जबकि दूसरा अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद के खिलाफ
फायदेमंद साबित होगा एससीओ
पूर्व राजनयिक एनएन झा मानते हैं कि भारत के लिए यह मंच काफी फायदेमंद साबित होगा। उनके मुताबिक इस मंच के जरिए भारत मध्य एशियाई देशों के साथ अपने संबंध बेहतर करने के साथ-साथ सदस्य देशों के साथ व्यापार को भी बढ़ा सकेगा। इस मंच के जरिए पाकिस्तान के आतंकी संगठनों पर प्रतिबंध लगाने को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने साफ कहा कि यह मंच द्विपक्षीय मुद्दों को उठाने का नहीं है। इसके अलावा पाकिस्तान द्वारा चलाई जा रही आतंकी गतिविधियां भारत में अधिक हैं इन देशों में नहीं। लिहाजा फिलहाल ऐसा होने की संभावना निकट भविष्य में कम ही है।
भोपाल। मध्यप्रदेश के नशामुक्ति अभियान में दिव्यांग किशोर सिंह डोडिया अपनी क्षमता का दर्शन करा रहे हैं। उन्होंने अपनी 3 पहिया गाड़ी को नशामुक्ति रथ के रूप में तैयार किया है। इसके माध्यम से वह सेक्टर के लगभग सभी गांवों में जाकर प्रचार-प्रसार करते हैं। उन्होंने लोगों को नशे के दुष्प्रभावों से अवगत कराने के साथ ही नशा ना करने की शपथ भी दिलवाने का कार्य किया है। वह 60 प्रतिशत दिव्यांग हैं और जिला मुख्यालय से 100 कि.मी दूर आलोट विकासखंड के ग्राम नारायणी में रहते हैं।
भोपाल। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा मध्य प्रदेश में बुरहानपुर के रास्ते बुधवार को प्रवेश करेगी। प्रदेश में अगले वर्ष विधानसभा के चुनाव होने हैं। ऐसे में पार्टी इस यात्रा को बड़े अवसर के रूप में देख रही है। पूरे प्रदेश में कार्यकर्ताओं को कांग्रेस के पक्ष में माहौल होने का संदेश देने के लिए मेगा शो की तैयारी है।
इंदौर। विद्यार्थियों को नियमों के फेर में छात्रवृत्ति से वंचित करने के विरोध में युवा कांग्रेस ने शनिवार को इंदौर में कलेक्टर कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। छात्र नेताओं को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को हल्का लाठी चार्ज भी करना पड़ा। हालांकि, विद्यार्थियों की समस्या को लेकर हुए इस प्रदर्शन में शहर कांग्रेस के सभी बड़े नेता नदारद रहे।
जयपुर। कांग्रेस आलाकमान को अपनी ताकत दिखाने की कोशिश राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भारी पड़ रही है। एक तरफ कांग्रेस के अध्यक्ष पद की रेस से वो बाहर हो गये हैं, तो दूसरी तरफ उनकी मुख्यमंत्री की कुर्सी पर भी खतरा मंडरा रहा है।
नई दिल्ली। असली शिवसेना किसकी है' इस मामले में उद्धव ठाकरे गुट को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका लगा है। सुप्रीम कोर्ट ने पार्टी की वो याचिका खारिज कर दी है, जिसमें उद्धव ठाकरे गुट की मांग की थी कि विधायकों की अयोग्यता पर फैसले से पहले, चुनाव आयोग पार्टी सिंबल पर सुनवाई न करे।
नई दिल्ली। कांग्रेस में नया राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनने की कवायद जारी है। अब तक उम्मीदवारों को लेकर चल रही बहस पर विराम लग गया है। साफ हो गया है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत उम्मीदवार होंगे। माना जा रहा है कि अशोक गहलोत के सामने कुछ और नेता भाग्य आजमा सकते हैं। इस बीच, अशोक गहलोत ने शुक्रवार सुबह बड़ा ऐलान किया। अशोक गहलोत के मुताबिक, राहुल गांधी ने उन्हें कहा है कि इस बार गांधी परिवार का कोई सदस्य पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं बनना चाहिए।
नई दिल्ली। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह सोमवार को भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। कैप्टन को कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर और किरण रिजिजू ने पार्टी की सदस्यता दिलवाई। नरेंद्र तोमर ने कैप्टन को पार्टी सदस्यता की पर्ची दी।
भोपाल। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा अब प्रदेश में 8 से 10 दिन देरी से एंट्री लेगी। तय शेड्यूल के मुताबिक मप्र में उनकी यात्रा 24 नवंबर को प्रवेश करने वाली थी और 10 दिसंबर को उज्जैन से कोटा के लिए प्रदेश से बाहर होने वाली थी। अब जो देरी हो रही है, उसका कारण यह सामने आ रहा है कि राहुल की स्पीड तो तय शेड्यूल के हिसाब से है, लेकिन उनके साथ चल रही टीम की स्पीड धीमी है।
नई दिल्ली। भाजपा ने साल 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी हैं। मंगलवार शाम दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय में अमित शाह और जेपी नड्डा की अगुवाई में बड़ी बैठक हुई। केंद्रीय मंत्रियों समेत तमाम बड़े नेताओं ने बैठक में हिस्सा लिया। बैठक में अमित शाह ने पिछले चुनावों से अधिक सीटें जीतने की बात कही।
नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव 17 अक्टूबर को होगा। 19 अक्टूबर को मतगणना होगी। जानकारी के मुताबिक, चुनाव के लिए 22 सितंबर को अधिसूचना जारी होगी। कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया 24 सितंबर से शुरू होगी। इसकी अंतिम तिथि 30 सितंबर तय की गई है।