इस शुक्रवार सिनेमाघरों में कई फिल्में रिलीज हुई हैं, जिनमें से एक है 'डीयर माया'. इस फिल्म के साथ सालों बाद मनीषा कोइराला बड़े पर्दे पर वापसी कर रही हैं. फिल्म का निर्देशन सुनैना भटनागर ने किया है और बतौर निर्देशक यह सुनैना की पहली फिल्म है. फिल्म में मनीषा कोइराला के अलावा मदीहा इमाम और श्रेया चौधरी भी मुख्य किरदार में नजर आ रही हैं. सुनैना भले ही पहली बार इस फिल्म से निर्देशक बन रही हों, लेकिन वह इससे पहले निर्देशक इम्तियाज अली को कई फिल्मों में असिस्ट कर चुकी हैं.
'डीयर माया' कहानी है दो दोस्तों की जो शिमला में रहती हैं और वहीं के एक स्कूल में पढ़ती हैं. इन्हीं दो लड़कियों, ऐना और इरा के पड़ोस में रहती है माया देवी, जो कभी बाहर नहीं निकलती और एक बेरंग जिंदगी जी रही हैं. ईरा और ऐना को माया की इस जिंदगी के पीछे की सच्चाई पता चलती है तो वो उसकी जिंदगी में रंग भरना चाहते हैं पर माया के जीवन में बदलाव लाने की कोशिश में खुद ईरा और ऐना की दुनिया हिल जाती है. माया की इस जिंदगी और इरा और ऐना की दोस्ती का क्या हुआ? क्या जो चीजें बिगड़ी वो ठीक हो पाएंगी? इस सवालों के जवाब ढूंढ़ने के लिए आपको थिएटर्स का रुख करना होगा. लेकिन हमेशा की तरह इस बार भी इस फिल्म की कुछ कमियां और कुछ खूबियां बता कर मैं आपको यह फैसला लेने में थोड़ी मदद कर सकता हूं.
'डीयर माया' एक धीमी गति की फिल्म है और तेज गति और मनोरंजक फिल्मों के चाहने वालों के लिए ये फिल्म नहीं है. इस फिल्म का पहला हिस्सा मुझे थोड़ा खिंचा हुआ लगा. इस हिस्से में कई खूबसूरत पल हैं लेकिन कहानी धीरे-धीरे आगे बढ़ती है और आप कुर्सी पर बेचैन होने लगते हैं. 'डीयर माया' जिंदगी में खूबसूरती, खुशी और खुद को ढूंढ़ने की बात करती है जहां हर किरदार गुजरते वक्त के साथ खुद को तलाशता है. लेकिन फिल्म की परेशानी ये है की दर्शक इस फिल्म में माया और इन दो दोस्तों के किरदार के बीच में बंट जाते हैं. न तो वो माया के किरदार के साथ चल पाते हैं और न ही इन दोनों दोस्तों के साथ रह पाते हैं. इस कहानी पर आप यकीन नहीं कर पाते, लेकिन ये सिर्फ तब तक होता है जब तक कहानी की बाकी पर्तें नहीं खुलती और फिर धीरे धीरे आपको कहानी का फलसफा समझ में आता है. ये कुछ चंद खामियां हैं जो मुझे इस फिल्म में नजर आईं.
फिल्म की खूबियों की बात करें तो इस कहानी की जब पर्तें खुलने लगती हैं तब आपको समझ आता है की लेखक और निर्देशक ने क्या कहने की कोशिश की है. 'डीयर माया' एक गहराई वाली फिल्म है और जो दर्शक इस तरह का सिनेमा पसंद करते हैं उन्हे ये फिल्म पसंद आएगी. इस फिल्म का कहानी काफी अच्छी है, लेकिन इसके स्क्रीन प्ले को थोड़ा कसने और फोकस करने की जरूरत थी. इस फिल्म के इमोशंस ज्यादातर समय आपको बांध कर रखते हैं और आपकी उत्सुकता अंत तक बरकरार रहती है.
इन सबके अलावा इस फिल्म की खासियत हैं मनीषा कोइराला जिन्होंने दमदार अभिनय किया है. फिर चाहे उनका चाट खाने वाला सीन हो या फिर बाहरी जिंदगी से रूबरू होने वाला दृश्य. मनीषा ने हर भाव को बखूबी अंजाम दिया है. मनीषा के साथ साथ मदीहा और श्रेया ने भी जबरदस्त अभिनय किया है, दोनों के ही अभिनय में ठहराव है. निर्देशक सुनैना की बतौर निर्देशक ये पहली फिल्म है और उन्होंने दिखा दिया की उनके अंदर एक परिपक्व निर्देशक के गुण हैं. इमोशनस के फिल्मांकन पर उनकी पकड़ है और डायरेक्शन की बारिकियां वो जानती हैं. उनकी इस पहली फिल्म को देखकर लगता है कि उन्हें बस अपने स्क्रीन प्ले पर हाथ साफ करने की जरूरत है. फिल्म का संगीत और बैकग्राउंड स्कोर अच्छा है और संगीत के साथ ही लिरिक्स भी दमदार है.
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने एम्स भोपाल में हुए मध्य भारत के पहले हार्ट ट्रांसप्लांट से पुनर्जीवन प्राप्त करने वाले मरीज दिनेश मालवीय से उनकी कुशलक्षेम पूछी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इस उपलब्धि के लिए एम्स भोपाल की टीम को बधाई दी।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि सिहंस्थ: 2028 का व्यवस्थित और सफल आयोजन राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। सिंहस्थ की व्यवस्थाओं का विस्तार उज्जैन जिले के ग्रामीण क्षेत्रों तक होगा, अत: इसमें पंचायत प्रतिनिधियों की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। सिंहस्थ के आयोजन में श्रद्धालुओं के आवागमन की दृष्टि से उज्जैन जनपद विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, इंडस्ट्रियल बेल्ट भी इसी क्षेत्र में विद्यमान है।
भोपाल। मध्य प्रदेश में सरकारी यात्री बस सेवा का संचालन कंपनियों के माध्यम से किया जाएगा। इसको लेकर परिवहन विभाग ने प्रस्ताव तैयार कर लिया है। इसको कैबिनेट की बैठक में रखा जाएगा। इससे पहले परिवहन विभाग ने संबंधित अन्य विभागों से यात्री परिवहन बस संचालन को लेकर राय ली। इसमें शहरी विकास विभागऔर विधि विभाग ने अपनी राय दे दी है। इसके तहत एक राज्य स्तर की कंपनी बनाई जाएगी।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में राज्य सरकार निरंतर किसानों के कल्याण के लिये कृत संपल्पित होकर कार्य कर रही है। सरकार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ज्ञान (GYAN) से ध्यान पर फोकस करते हुए 4 मिशन के क्रियान्वयन पर जोर दिया है। जल्द ही प्रदेश में किसान कल्याण के लिये मिशन भी प्रारंभ होने वाला है। वर्तमान में किसानों के कल्याण की विभिन्न योजनाएँ संचालित हो रही है।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने माँ नर्मदा जयंती की समस्त प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि माँ नर्मदा के अविरल प्रवाह ने मध्यप्रदेश को समृद्ध और खुशहाल बनाया है। मध्यप्रदेश की जीवन रेखा माँ नर्मदा का आशीर्वाद ऐसे ही अनवरत बरसता रहे, यही कामना है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नर्मदा जयंती पर प्रदेशवासियों से जल और संस्कृति के संरक्षण के लिए संकल्पित होने का आव्हान किया है।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि युवा वर्ग अपने सपनों को साकार करने के लिए आगे बढ़े। राज्य सरकार हरसंभव सहयोग प्रदान करने के लिए तत्पर है। इस क्रम में कल 5 फरवरी को सभी पात्र निर्धारित विद्यार्थियों को स्कूटी प्रदान की जाएगी। युवा वर्ग अपनी प्रावीण्यता का लाभ ले और अपने साथियों के लिए भी प्रेरणा का स्त्रोत बनें, इस उद्देश्य से यह उपक्रम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि युवा न केवल उद्यमी बनें अपितु सब प्रकार से सक्षम भी बनें और अपने लक्ष्य प्राप्ति में सफल हों।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पूर्वोत्तर राज्यों से भारत एकात्मता यात्रा पर आए विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश केवल भौगोलिक दृष्टि से ही नहीं, बल्कि सांस्कृतिक रूप से भी देश की एकता और अखंडता को दर्शाता है। उन्होंने प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत और राष्ट्रप्रेम की भावना को रेखांकित करते हुए विद्यार्थियों को इस विविधता का सम्मान करने और भारतीय संस्कृति को आत्मसात करने की प्रेरणा दी।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हाल ही में पेश केन्द्रीय बजट में मध्यप्रदेश के लिए रेलवे सुविधाओं के लिए 14 हजार 745 करोड़ रुपए के बजट आवंटन के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का आभार व्यक्त कर मध्यप्रदेश के नागरिकों की ओर से धन्यवाद दिया है।
भोपाल। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने गोपाल भार्गव को राजभवन में विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह का गरिमामय आयोजन राजभवन के दरबार हॉल में किया गया था। समारोह में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, उप-मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, उप-मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल भी मौजूद थे।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मंत्र को साकार कर जनता की जिन्दगी बदलना ही हमारी सरकार का लक्ष्य है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में जन-सामान्य ने अपना विश्वास व्यक्त किया है, उनके नेतृत्व में विकास की प्रक्रिया जारी है। विकास और जनकल्याण के लक्ष्य को संकल्प पत्र-2023 के अनुरूप धरातल पर उतारना हमारा उद्देश्य है। सभी विभाग संकल्प पत्र के सभी वादों, संकल्पों और घोषणाओं की पूर्ति का काम मिशन मोड में आरंभ कर समय-सीमा में लक्ष्य प्राप्ति सुनिश्चित करें।