Dhanteras Shopping Tips And Muhurat: दीपावली का प्रारंभ धनतेरस से माना जाता है, जो इस वर्ष 25 अक्टूबर को है। यह हर वर्ष कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को पड़ता है। इस दिन हम खरीदारी करते हैं, जो हमारे लिए शुभ हो और सुख-समृद्धि में वृद्धि करने वाला हो। लोगों में ऐसी मान्यता है कि इस दिन शुभ वस्तुओं की खरीदारी करने से लक्ष्मी माता की कृपा उनके परिवार पर होती है और वर्षभर आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी। धनतेरस पर आप भी खरदारी करेंगे, ऐसे में आपको पता होना चाहिए कि कौन सी वस्तु आपके लिए शुभ और मंगलकारी होगी और कौन सी वस्तु आपको नहीं खरीदनी चाहिए।
धनतेरस पर खरीदारी का मुहूर्त
कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि 25 अक्टूबर शुक्रवार को दिन में 04:32 PM से शुरू हो रही है, शनिवार को दिन में 02:08 PM तक है। 25 अक्टूबर धनतेरस के दिन खरीदारी का शुभ मुहूर्त शाम को 04:32 से देर रात्रि तक है।
धनतेरस पर क्या खरीदें
1. सोने या चांदी के सिक्के
धनतेरस के दिन सोने या चांदी के सिक्के खरीदें, उस पर लक्ष्मी माता और गणेश जी का चित्र बना होना चाहिए। इस सिक्के का दिवाली के दिन विधिपूर्वक पूजा करें और अपने तिजोरी में रख दें। यह आपके धन-संपत्ति के लिए शुभ फलदायी होगा।
2. गोमती चक्र
धनतेरस के दिन आप 11 गोमती चक्र खरीद सकते हैं। यह शुभकारी होता है। यह परिजनों की सेहत और समृद्धि को बढ़ाता है। दिवाली के दिन इनका पूजन करें और पीताम्बर यानी पीले वस्त्र में बांधकर तिजोरी आदि में रख दें।
3. धनतेरस पर धनिया खरीदें
धनतेरस के दिन साबुत धनिया खरीदे का रिवाज है। इसे दिवाली वाले दिन लक्ष्मी पूजा के समय माता को अर्पित करें। फिर उसके कुछ दाने गमले में बो दें। उसमें यदि स्वस्थ पौधा निकलता है तो पूरे वर्ष आपकी आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी। यदि पौधा सामान्य और पतला है तो आपकी पूरे वर्ष आपकी आर्थिक स्थिति सामान्य रहेगी।
4. पीतल के बर्तन
धनतेरस के दिन देवताओं के वैद्य धनवन्तरि की पूजा होती है, उनको प्रिय धातु पीतल है। इस वजह से धनतेरस को पीतल के बर्तन खरीदना शुभ माना जाता है।
5. लक्ष्मी-गणेश प्रतिमा
दिवाली के दिन लक्ष्मी पूजा के लिए धनतरेस को ही माता लक्ष्मी और गणेश जी की प्रतिमा खरीद लेनी चाहिए। आपके लिए संभव हो तो चांदी की मूर्ति खरीदें अन्यथा मिट्टी की मूर्तियां या तस्वीर खरीद सकते हैं। पूजा के बाद इस मूर्ति को तिजोरी आदि में रख दें।
6. झाड़ू
कहा जाता है कि झाड़ू में माता लक्ष्मी का वास होता है। धनतेरस के दिन झाड़ू खरीदने से घर में लक्ष्मी का प्रवेश होता है। दरअसल झाड़ू से हम घर की सफाई करते हैं और उससे घर की नकारात्मकता बाहर हो जाती है, इसलिए इसकर महत्व अधिक है।
जो लोग व्यवसायी हैं उनको नए खाते और बही खरीदना चाहिए। दिवाली के दिन उनका पूजन करना चाहिए।
धनतेरस पर क्या न खरीदें
धनतरेस के दिन लोहा, कांच और एल्युमिनियम के बर्तन नहीं खरीदना चाहिए। इससे आपके ग्रहों पर बुरा प्रभाव पड़ता है। जब भी कोई बर्तन खरीद कर लाएं तो उसमें अन्न आदि रखकर लाएंं। खाली बर्तन घर में नहीं लाना चाहिए। इसके अलावा आपको धनतेरस के दिन काले रंग से बचना चाहिए। यह अशुभ माना जाता है।
Hanuman Jayanti 2023 Upay : हिंदू पंचांग के अनुसार प्रत्येक वर्ष चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि के दिन रुद्रावतार हनुमान जी का जन्म दिवस धूमधाम से मनाया जाता है। इस वर्ष यह पर्व 6 अप्रैल 2023, गुरुवार (Hanuman Jayanti 2023 Date) के दिन मनाया जाएगा। इस विशेष दिन पर हनुमान जी की विधिवत पूजा करने से साधकों को सुख और समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है और जीवन में आ रही सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं।
सभी नौ ग्रह सही समय पर राशि चक्र में गोचर करते हैं। अन्य ग्रहों के साथ युति भी बनाते हैं। इन ग्रहों के गोचर और युति से शुभ और अशुभ योग बनते हैं। इस समय शनि अपनी मूल त्रिकोण राशि कुंभ में है। कुंभ में सूर्य देव भी हैं। वहीं देवगुरु बृहस्पति और शुक्र मीन राशि में युति कर रहे हैं। इस प्रकार इन ग्रहों की स्थिति पंच महायोग बना रही है। 19 फरवरी से केदार योग, शंख योग, शश योग, ज्येष्ठ योग और सर्वार्थसिद्धि योग बना है। 5 महायोगों का दुर्लभ संयोग 700 साल बाद अपना प्रभाव दिखाएगा। कुछ राशियों पर इस योग का शुभ प्रभाव दिखाई देगा।
यदि आप आर्थिक तंगी से परेशान है। आय से अधिक खर्च हो रहा है। कई बार प्रयास करने के बाद भी नौकरी नहीं मिल रही है। कारोबार को लेकर परेशान हैं या किसी रोग से पीड़ित हैं, तो हम आपको होलिका दहन के समय किए जाने वाले कुछ उपाय के बारे में बताने जा रहे हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यह उपाय सही दिन और सही समय पर किया जाए, तो नौकरी, शिक्षा, धन, सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।
Shani Gochar 2023: शनिदेव 30 साल बाद कुंभ राशि में दोबारा से गोचर करने वाले हैं। ज्योतिष में शनि का गोचर हमेशा से ही महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि सभी ग्रहों में शनि सबसे मंदगति से चलने वाले ग्रह हैं। ये एक से दूसरी राशि में गोचर करने में करीब ढाई वर्षो का समय लेते हैं। इस वजह से किसी राशि पर इनका ज्यादा और दूरगामी प्रभाव पड़ता है। 15 जनवरी को सूर्यदेव अपने पुत्र शनि की राशि में प्रवेश करेंगे फिर उसके दो दिन बाद यानी 17 जनवरी को शनिदेव भी कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे। ये महायोग कई राशियों के जातकों के लिए जीवन में बड़े बदलाव लानेवाला है।
Surya Gochar 2023: इस महीने सूर्य और शनि का दुर्लभ संयोग होने वाला है। 14 जनवरी को रात 8 बजकर 57 मिनट पर ग्रहों के राजा सूर्य मकर राशि में प्रवेश करने वाले हैं। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक शनि, मकर राशि के स्वामी हैं। वहीं सूर्य को शनि का पिता माना जाता है। सूर्य के पास राज करने के अधिकार हैं, तो शनि को उनका सेवक माना जाता है। लेकिन शनि को कर्मफलदाता भी माना जाता है। ज्योतिष में इन दोनों के बीच शत्रुता कही गई है।
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Libra Yearly Horoscope 2023: इस वर्ष तुला राशि के जातकों को हर क्षेत्र में लाभ होने वाला है। साथ ही आकस्मिक परेशानियों का भी सामना करना पड़ सकता है। जनवरी की शुरूआत में परिवार में कोई धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन हो सकता है। जिसके कारण परिवार में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होगा। इस वर्ष आपके खर्चों में वृद्धि हो सकती है। पढ़िए सम्पूर्ण वार्षिक राशिफल।
अशोक के पत्तों का उपयोग धार्मिक और मांगलिक कार्यों के लिए प्राचीन समय से होता आ रहा है। अशोक के पत्ते बेहद शुभ माने जाते हैं। किसी भी शुभ अवसर पर घर के मुख्य द्वार पर अशोक या आम के पत्तों से बनी माला अवश्य लटकाई जाती है। ऐसा करने के पीछे कई ज्योतिषीय कारण बताए जाते हैं। इसके पत्ते पूजा के कलश में भी रखे जाते हैं। ज्योतिष में अशोक के पत्तों के कई उपाय बताए गए हैं। इन उपायों को करके आप अपने जीवन की समस्त समस्याओं से पीछा छुड़ा सकते हैं।
Shani Gochar 2023: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि देव 17 जनवरी 2023 को स्वराशि कुंभ में गोचर करेंगे। मार्च 2025 तक कुंभ में ही रहेंगे। शनि के स्वराशि कुंभ में गोचर करते ही कुछ राशियों से शनि साढ़े साती और ढैय्या हट जाएगी। वहीं, कुंभ, मीन, मकर राशि के लिए कठिन समय शुरू हो जाएगा। सबसे ज्यादा मुश्किल समय 2023 से 2025 तक कुंभ राशि वालों के लिए रहेगा। इस दौरान तीनों राशि के जातकों को अपनी सेहत का विशेष ध्यान रखना होगा और गुस्से पर नियंत्रण पाना होगा।
Garuda Purana: सनातन धर्म के 18 महापुराणों में से एक गरुड़ पुराण में कुछ ऐसी आदतों का जिक्र किया गया है। जिनका समय पर त्याग कर देना चाहिए। यदि इन आदतों को समय पर नहीं छोड़ा गया तो व्यक्ति कंगाल हो जाता है। कुछ ही समय में राजा से रंक बन जाता है। गरुड़ पुराण में वर्णित बातों का अनुसरण करने पर व्यक्ति अपने जीवन में सुखों का भोग करता है। जानते हैं वो कौन सी आदतें हैं, जिनसे व्यक्ति को दूरी बनाने में ही भलाई है।