सियोल : परमाणु कार्यक्रमों को लेकर एक साल पहले तक दुनिया में अलग-थलग पड़े उत्तर कोरिया के शीर्ष नेता किम जोंग-उन पिछले एक साल में दुनिया के कई नेताओं से मिल चुके हैं। इनमें पिछले साल जून में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से सिंगापुर में हुई ऐतिहासिक मुलाकात सबसे खास रही, जिस पर दुनियाभर की नजरें टिकी थीं। इससे पहले दोनों नेता जनवरी 2018 तक एक-दूसरे को परमाणु हमले की धमकी तक दे चुके थे।
सिंगापुर में 12 जून, 2018 को ट्रंप और किम की हुई पहली ऐतिहासिक शिखर वार्ता से पहले तक उनके बीच एक-दूसरे के खिलाफ 'शब्द-वाण' भी खूब चले थे। लेकिन सिंगापुर शिखर सम्मेलन के बाद काफी कुछ बदल गया। दोनों नेताओं की इस साल फरवरी में वियतनाम के हनोई में भी मुलाकात हुई, जो उनकी दूसरी शिखर वार्ता थी। इस बीच वह चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से भी मिलते रहे।
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से उनकी चार बार मुलाकात हो चुकी है तो पड़ोसी देश दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जाए-इन से वह तीन बार मिल चुके हैं, जिनकी कोरियाई प्रायद्वीप में शांति बहाल करने की दिशा में अहम भूमिका रही है। उत्तर कोरिया के नेता की इस क्रम में वियतनाम के राष्ट्रपति ग्यून फू त्रोंग से भी मुलाकात हुई है। अब जल्द ही उनकी मुलाकात रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से होने जा रही है।
पुतिन से किम की मुलाकात जल्द होने जा रही है, जिसके लिए तैयारियां जोर-शोर से जारी हैं। दक्षिण कोरिया की समाचार एजेंसी योनहैप के अनुसार, यह मुलाकात अगले सप्ताह हो सकती है। माना जा रहा है कि परमाणु कार्यक्रम के मुद्दे पर अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों का सामना कर रहा उत्तर कोरिया रूसी राष्ट्रपति से आर्थिक सहायता की मांग कर सकता है।
यह भी समझा जा रहा है कि रूस, उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम को लेकर जारी अंतरराष्ट्रीय चर्चा में अलग-थलग नहीं पड़ना चाहता। चाहे सीरिया का मसला हो या यूक्रेन का या फिर वेनेजुएला का रूस का हर जगह अमेरिकी हितों के साथ टकराव दिखा है और उत्तर कोरिया भी इसका अपवाद नहीं है। इसके जरिये रूस अंतरराष्ट्रीय राजनीति में हर जगह अपनी उपस्थिति बरकारार रखना चाहता है।
रूस, दक्षिण कोरिया से भी अपने संबंध नहीं बिगाड़ना चाहेगा। सोवियत संघ के विघटन के बाद से रूस के नेताओं ने उत्तर कोरिया की बजाय दक्षिण कोरिया से अपने संबंधों को प्राथमिकता दी, पर 1990 के दशक के मध्य से रूस ने दोनों कोरियाई देशों के साथ संतुलित संबंध विकसित करने की नीति अपनाई। इस तरह किम और पुतिन की संभावित मुलाकात को न केवल अंतरराष्ट्रीय राजनीति की दृष्टि से, बल्कि कोरिया प्रायद्वीप की स्थिति के लिहाज से भी कूटनीतिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने एम्स भोपाल में हुए मध्य भारत के पहले हार्ट ट्रांसप्लांट से पुनर्जीवन प्राप्त करने वाले मरीज दिनेश मालवीय से उनकी कुशलक्षेम पूछी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इस उपलब्धि के लिए एम्स भोपाल की टीम को बधाई दी।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि सिहंस्थ: 2028 का व्यवस्थित और सफल आयोजन राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। सिंहस्थ की व्यवस्थाओं का विस्तार उज्जैन जिले के ग्रामीण क्षेत्रों तक होगा, अत: इसमें पंचायत प्रतिनिधियों की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। सिंहस्थ के आयोजन में श्रद्धालुओं के आवागमन की दृष्टि से उज्जैन जनपद विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, इंडस्ट्रियल बेल्ट भी इसी क्षेत्र में विद्यमान है।
भोपाल। मध्य प्रदेश में सरकारी यात्री बस सेवा का संचालन कंपनियों के माध्यम से किया जाएगा। इसको लेकर परिवहन विभाग ने प्रस्ताव तैयार कर लिया है। इसको कैबिनेट की बैठक में रखा जाएगा। इससे पहले परिवहन विभाग ने संबंधित अन्य विभागों से यात्री परिवहन बस संचालन को लेकर राय ली। इसमें शहरी विकास विभागऔर विधि विभाग ने अपनी राय दे दी है। इसके तहत एक राज्य स्तर की कंपनी बनाई जाएगी।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में राज्य सरकार निरंतर किसानों के कल्याण के लिये कृत संपल्पित होकर कार्य कर रही है। सरकार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ज्ञान (GYAN) से ध्यान पर फोकस करते हुए 4 मिशन के क्रियान्वयन पर जोर दिया है। जल्द ही प्रदेश में किसान कल्याण के लिये मिशन भी प्रारंभ होने वाला है। वर्तमान में किसानों के कल्याण की विभिन्न योजनाएँ संचालित हो रही है।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने माँ नर्मदा जयंती की समस्त प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि माँ नर्मदा के अविरल प्रवाह ने मध्यप्रदेश को समृद्ध और खुशहाल बनाया है। मध्यप्रदेश की जीवन रेखा माँ नर्मदा का आशीर्वाद ऐसे ही अनवरत बरसता रहे, यही कामना है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नर्मदा जयंती पर प्रदेशवासियों से जल और संस्कृति के संरक्षण के लिए संकल्पित होने का आव्हान किया है।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि युवा वर्ग अपने सपनों को साकार करने के लिए आगे बढ़े। राज्य सरकार हरसंभव सहयोग प्रदान करने के लिए तत्पर है। इस क्रम में कल 5 फरवरी को सभी पात्र निर्धारित विद्यार्थियों को स्कूटी प्रदान की जाएगी। युवा वर्ग अपनी प्रावीण्यता का लाभ ले और अपने साथियों के लिए भी प्रेरणा का स्त्रोत बनें, इस उद्देश्य से यह उपक्रम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि युवा न केवल उद्यमी बनें अपितु सब प्रकार से सक्षम भी बनें और अपने लक्ष्य प्राप्ति में सफल हों।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पूर्वोत्तर राज्यों से भारत एकात्मता यात्रा पर आए विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश केवल भौगोलिक दृष्टि से ही नहीं, बल्कि सांस्कृतिक रूप से भी देश की एकता और अखंडता को दर्शाता है। उन्होंने प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत और राष्ट्रप्रेम की भावना को रेखांकित करते हुए विद्यार्थियों को इस विविधता का सम्मान करने और भारतीय संस्कृति को आत्मसात करने की प्रेरणा दी।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हाल ही में पेश केन्द्रीय बजट में मध्यप्रदेश के लिए रेलवे सुविधाओं के लिए 14 हजार 745 करोड़ रुपए के बजट आवंटन के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का आभार व्यक्त कर मध्यप्रदेश के नागरिकों की ओर से धन्यवाद दिया है।
भोपाल। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने गोपाल भार्गव को राजभवन में विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह का गरिमामय आयोजन राजभवन के दरबार हॉल में किया गया था। समारोह में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, उप-मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, उप-मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल भी मौजूद थे।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मंत्र को साकार कर जनता की जिन्दगी बदलना ही हमारी सरकार का लक्ष्य है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में जन-सामान्य ने अपना विश्वास व्यक्त किया है, उनके नेतृत्व में विकास की प्रक्रिया जारी है। विकास और जनकल्याण के लक्ष्य को संकल्प पत्र-2023 के अनुरूप धरातल पर उतारना हमारा उद्देश्य है। सभी विभाग संकल्प पत्र के सभी वादों, संकल्पों और घोषणाओं की पूर्ति का काम मिशन मोड में आरंभ कर समय-सीमा में लक्ष्य प्राप्ति सुनिश्चित करें।