लखनऊ । मनमोहन सिंह सरकार में मंत्री रहे जितिन प्रसाद के धौरहरा से लडऩे का सस्पेंस अब खत्म हो गया है। धौरहरा से पहले सांसद जितिन प्रसाद अब यहीं से लोकसभा चुनाव 2019 में ताल ठोकेंगे।
पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद ने खुद ऐलान किया कि वह धौरहरा छोड़कर नहीं जाएंगे। उन्होंने कहा कि धौरहरा उनका परिवार है और वह यहीं से चुनाव लड़ेंगे। यूपीए सरकार में केंद्रीय मंत्री रहे जितिन प्रसाद दो चुनावों से धौरहरा लोकसभा से लड़ रहे हैं। इस बार भी पार्टी ने पहली लिस्ट में उनका नाम धौरहरा लोकसभा सीट के लिए घोषित किया था। इसके बाद अचानक जतिन के लखनऊ से लडऩे की चर्चाएं तेज हो गई। इसी के साथ धौरहरा लोकसभा में कांग्रेस का प्रचार अभियान भी धीमा हो गया
इन अटकलों और खबरों के बीच आज जितिन प्रसाद खुद मीडिया के सामने आए। उन्होंने बताया कि वह धौरहरा लोकसभा सीट छोड़कर कहीं नहीं जा रहे हैं। जितिन प्रसाद ने दो दिन पहले उनके समर्थन में हुए जोरदार प्रदर्शन का जिक्र करते हुए कहा कि पार्टी आलाकमान ने धौरहरा की जनता की भावनाओं का सम्मान किया है। जितिन प्रसाद ने कहा कि धौरहरा उनका सिर्फ चुनाव क्षेत्र ही नहीं, उनका परिवार भी है। इसे देखते हुए पार्टी के अध्यक्ष राहुल गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी और ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उनको धौरहरा सीट से चुनाव लडऩे की अनुमति दे दी है।
धौरहरा लोकसभा 2008 अस्तित्व में 2008 में आई थी। यह लोकसभा क्षेत्र लखीमपुर खीरी और सीतापुर के क्षेत्र में है। 2009 में धौरहरा से पहले सांसद कांग्रेस के जितिन प्रसाद चुने गये थे। 2014 में यहां से सांसद रेखा वर्मा चुनी गईं। 2008 परिसीमन के बाद वर्चस्व में आई धौरहरा लोकसभा सीट इस समय भारतीय जनता पार्टी के खाते में है। सीट शाहजहांपुर से अलग होकर वर्चस्व में आई थी।
2009 में यहां पहली बार चुनाव हुआ जिसमें कांग्रेस के जितिन प्रसाद जीते लेकिन अगले ही चुनाव में चली मोदी लहर में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। मोदी लहर में उनका पत्ता पूरी तरह से साफ हो गया। भाजपा की रेखा वर्मा ने जीत दर्ज की थी। बसपा प्रत्याशी दूसरे व सपा का तीसरे स्थान पर था। जितिन प्रसाद यहां चौथे नंबर पर रहे थे, उन्हें सिर्फ 16 फीसदी ही वोट मिले थे। अब 2019 के चुनाव में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी का गठबंधन होने के साथ ही यहां की लड़ाई दिलचस्प हो गई है।
धौरहरा लोकसभा सीट सीतापुर जिले के अंतर्गत आती है। सीतापुर जिला देश के 250 सबसे पिछड़े जिलों में से एक है। इस लोकसभा क्षेत्र में कुल 5 विधानसभा सीटें आती हैं। जिसमें धौरहरा, कास्ता, मोहम्मदी, मोहाली और हरगांव शामिल हैं। 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में यहां की सभी सीटों पर भारतीय जनता पार्टी ने जीत दर्ज की थी।
भोपाल। मध्यप्रदेश के नशामुक्ति अभियान में दिव्यांग किशोर सिंह डोडिया अपनी क्षमता का दर्शन करा रहे हैं। उन्होंने अपनी 3 पहिया गाड़ी को नशामुक्ति रथ के रूप में तैयार किया है। इसके माध्यम से वह सेक्टर के लगभग सभी गांवों में जाकर प्रचार-प्रसार करते हैं। उन्होंने लोगों को नशे के दुष्प्रभावों से अवगत कराने के साथ ही नशा ना करने की शपथ भी दिलवाने का कार्य किया है। वह 60 प्रतिशत दिव्यांग हैं और जिला मुख्यालय से 100 कि.मी दूर आलोट विकासखंड के ग्राम नारायणी में रहते हैं।
भोपाल। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा मध्य प्रदेश में बुरहानपुर के रास्ते बुधवार को प्रवेश करेगी। प्रदेश में अगले वर्ष विधानसभा के चुनाव होने हैं। ऐसे में पार्टी इस यात्रा को बड़े अवसर के रूप में देख रही है। पूरे प्रदेश में कार्यकर्ताओं को कांग्रेस के पक्ष में माहौल होने का संदेश देने के लिए मेगा शो की तैयारी है।
इंदौर। विद्यार्थियों को नियमों के फेर में छात्रवृत्ति से वंचित करने के विरोध में युवा कांग्रेस ने शनिवार को इंदौर में कलेक्टर कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। छात्र नेताओं को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को हल्का लाठी चार्ज भी करना पड़ा। हालांकि, विद्यार्थियों की समस्या को लेकर हुए इस प्रदर्शन में शहर कांग्रेस के सभी बड़े नेता नदारद रहे।
जयपुर। कांग्रेस आलाकमान को अपनी ताकत दिखाने की कोशिश राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भारी पड़ रही है। एक तरफ कांग्रेस के अध्यक्ष पद की रेस से वो बाहर हो गये हैं, तो दूसरी तरफ उनकी मुख्यमंत्री की कुर्सी पर भी खतरा मंडरा रहा है।
नई दिल्ली। असली शिवसेना किसकी है' इस मामले में उद्धव ठाकरे गुट को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका लगा है। सुप्रीम कोर्ट ने पार्टी की वो याचिका खारिज कर दी है, जिसमें उद्धव ठाकरे गुट की मांग की थी कि विधायकों की अयोग्यता पर फैसले से पहले, चुनाव आयोग पार्टी सिंबल पर सुनवाई न करे।
नई दिल्ली। कांग्रेस में नया राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनने की कवायद जारी है। अब तक उम्मीदवारों को लेकर चल रही बहस पर विराम लग गया है। साफ हो गया है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत उम्मीदवार होंगे। माना जा रहा है कि अशोक गहलोत के सामने कुछ और नेता भाग्य आजमा सकते हैं। इस बीच, अशोक गहलोत ने शुक्रवार सुबह बड़ा ऐलान किया। अशोक गहलोत के मुताबिक, राहुल गांधी ने उन्हें कहा है कि इस बार गांधी परिवार का कोई सदस्य पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं बनना चाहिए।
नई दिल्ली। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह सोमवार को भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। कैप्टन को कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर और किरण रिजिजू ने पार्टी की सदस्यता दिलवाई। नरेंद्र तोमर ने कैप्टन को पार्टी सदस्यता की पर्ची दी।
भोपाल। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा अब प्रदेश में 8 से 10 दिन देरी से एंट्री लेगी। तय शेड्यूल के मुताबिक मप्र में उनकी यात्रा 24 नवंबर को प्रवेश करने वाली थी और 10 दिसंबर को उज्जैन से कोटा के लिए प्रदेश से बाहर होने वाली थी। अब जो देरी हो रही है, उसका कारण यह सामने आ रहा है कि राहुल की स्पीड तो तय शेड्यूल के हिसाब से है, लेकिन उनके साथ चल रही टीम की स्पीड धीमी है।
नई दिल्ली। भाजपा ने साल 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी हैं। मंगलवार शाम दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय में अमित शाह और जेपी नड्डा की अगुवाई में बड़ी बैठक हुई। केंद्रीय मंत्रियों समेत तमाम बड़े नेताओं ने बैठक में हिस्सा लिया। बैठक में अमित शाह ने पिछले चुनावों से अधिक सीटें जीतने की बात कही।
नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव 17 अक्टूबर को होगा। 19 अक्टूबर को मतगणना होगी। जानकारी के मुताबिक, चुनाव के लिए 22 सितंबर को अधिसूचना जारी होगी। कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया 24 सितंबर से शुरू होगी। इसकी अंतिम तिथि 30 सितंबर तय की गई है।