vrat and festivals list in 2019 साल 2018 लगभग बीत चुका है और नया साल शुरू होने में शेष एक दिन ही बाकी है। हर साल की तरह इस बार भी अलग-अलग महीनों में कई प्रमुख त्योहार होंगे। नये साल के पहले महीने की शुरूआत सफला एकादशी से होगी। इसे बाद लगातार आने वाले महीनों में कई छोटे और बड़े व्रत और त्योहार आएंगे। हिंदू पंचांग के कैलेंडर अनुसार साल 2019 में कब, कौन सी तिथि पर त्योहार पड़ेंगे आइए देखते हैं इनकी पूरी लिस्ट....
साल 2019 के व्रत और त्योहार
जनवरी 2019
1 जनवरी- सफला एकादशी
3 जनवरी- प्रदोष व्रत
4 जनवरी- मासिक शिवरात्रि
5 जनवरी- मार्गशीर्ष अमावस्या, पौषी अमावस्या
13 जनवरी- लोहड़ी , गुरु गोविंद सिंह जयंती
14 जनवरी- उत्तरायण , मकर संक्रांति
15 जनवरी- पोंगल पर्व
17 जनवरी- पौष पुत्रदा एकादशी
18 जनवरी- प्रदोष व्रत
21 जनवरी- पौषी पूर्णिमा व्रत, माघ स्नान प्रारंभ
24 जनवरी- संकष्टी चतुर्थी
26 जनवरी- गणतंत्र दिवस
27 जनवरी- कालाष्टमी व्रत
31 जनवरी- षटतिला एकादशी
फरवरी 2019
2 फरवरी प्रदोष व्रत , मासिक शिवरात्रि
4 फरवरी सोमवती अमावस्या
5 फरवरी गुप्त नवरात्रि विधान प्रारंभ
10 फरवरी बसंत पंचमी , सरस्वती पूजा
13 फरवरी कुम्भ संक्रांति
16 फरवरी जया एकादशी
17 फरवरी प्रदोष व्रत
19 फरवरी माघ पूर्णिमा व्रत, गुरु रविदास जयंती
22 फरवरी संकष्टी चतुर्थी
मार्च 2019
2 मार्च विजया एकादशी
3 मार्च प्रदोष व्रत
4 मार्च महाशिवरात्रि , मासिक शिवरात्रि
6 मार्च अमावस्या
15 मार्च मीन संक्रांति,,लट्ठमार होली (बरसाना)
17 मार्च आमलकी एकादशी
18 मार्च प्रदोष व्रत
20 मार्च होलिका दहन
21 मार्च होली , फाल्गुन पूर्णिमा व्रत
24 मार्च संकष्टी चतुर्थी
31 मार्च पापमोचिनी एकादशी, नोचंदी मेला( मेरठ)
अप्रैल 2019
2 अप्रैल प्रदोष व्रत
3 अप्रैल मासिक शिवरात्रि, रंगतेरस
5 अप्रैल फाल्गुन अमावस्या
6 अप्रैल चैत्र नवरात्रि प्रारंभ , घटस्थापना, गुड़ी पड़वा
13 अप्रैल राम नवमी,दुर्गाष्टमी
14 अप्रैल मेष संक्रांति, वैशाखी व्रत
15 अप्रैल कामदा एकादशी
17 अप्रैल प्रदोष व्रत,श्री महावीर जयंती
19 अप्रैल हनुमान जयंती , चैत्र पूर्णिमा व्रत, गुड फ्राइडे
22 अप्रैल संकष्टी चतुर्थी, सबेरात
30 अप्रैल वरुथिनी एकादशी
मई 2019
2 मई प्रदोष व्रत
4 मई चैत्र अमावस्या,शनि अमावस्या
7 मई अक्षय तृतीया, परशुराम जयंती, रमजान शुरू
11 मई गंगा सप्तमी
15 मई मोहिनी एकादशी , वृष संक्रांति
16 मई प्रदोष व्रत
18 मई वैशाख पूर्णिमा व्रत, बुद्ध जयंती
20 मई नरद जयंती
22 मई संकष्टी चतुर्थी
30 मई अपरा एकादशी
31 मई प्रदोष व्रत (कृष्ण)
जून 2019
1 जून मासिक शिवरात्रि
3 जून वैशाख अमावस्या, वट सावित्री व्रत, शनि जयंती
5 जून ईद उल- फितर
12 जून गंगा दशहरा
13 जून निर्जला एकादशी
14 जून प्रदोष व्रत
15 जून मिथुन संक्रांति
17 जून ज्येष्ठ पूर्णिमा व्रत, संत कबीर जयंती
20 जून संकष्टी चतुर्थी
29 जून योगिनी एकादशी
30 जून प्रदोष व्रत (कृष्ण)
जुलाई 2019
1 जुलाई मासिक शिवरात्रि
2 जुलाई ज्येष्ठ अमावस्या
3 जुलाई गुप्त नवरात्रि
4 जुलाई जगन्नाथ रथ यात्रा
12 जुलाई देवशयनी एकादशी, अषाढ़ी एकादशी
14 जुलाई प्रदोष व्रत
16 जुलाई गुरु-पूर्णिमा , आषाढ़ पूर्णिमा व्रत , कर्क संक्रांति, चंद्रग्रहण
20 जुलाई संकष्टी चतुर्थी
28 जुलाई कामिका एकादशी
अगस्त 2019
1अगस्त आषाढ़ अमावस्या, हरियाली अमावस्या
3 अगस्त हरियाली तीज
5 अगस्त नाग पंचमी
11 अगस्त श्रावण पुत्रदा एकादशी
12 अगस्त प्रदोष व्रत , ईद उल जुहा
15 अगस्त रक्षा बंधन , श्रावण पूर्णिमा व्रत, स्वतंत्रता दिवस
17 अगस्त सिंह संक्रांति
18 अगस्त कजरी तीज
19 अगस्त संकष्टी चतुर्थी
24 अगस्त जन्माष्टमी
26 अगस्त अजा एकादशी
28 अगस्त मासिक शिवरात्रि , प्रदोष व्रत
30 अगस्त श्रावण अमावस्या
सितंबर 2019
1 सितंबर हरतालिका तीज, गौरी तीज
2 सितंबर गणेश चतुर्थी
9 सितंबर परिवर्तिनी एकादशी
11 सितंबर प्रदोष व्रत (शुक्ल) , ओणम/थिरुवोणम
12 सितंबर अनंत चतुर्दशी
14 सितंबर भाद्रपद पूर्णिमा व्रत, श्राद्ध
17 सितंबर संकष्टी चतुर्थी , कन्या संक्रांति, विश्वकर्मा पूजा
25 सितंबर इन्दिरा एकादशी
26 सितंबर प्रदोष व्रत
27 सितंबर मासिक शिवरात्रि
28 सितंबर भाद्रपद अमावस्या, सर्वपितृ अमावस्या
29 सितंबर शरद नवरात्रि प्रारंभ , घटस्थापना
अक्टूबर 2019
2 अक्टूबर गांधी जयंती
7 अक्टूबर शरद नवरात्रि पारणा, महानवमी
8 अक्टूबर दुर्गा विसर्जन , दशहरा
9 अक्टूबर पापांकुशा एकादशी
13 अक्टूबर शरद पूर्णिमा, वाल्मीकि जयंती, कोजागरी
17 अक्टूबर संकष्टी चतुर्थी , करवा चौथ
18 अक्टूबर तुला संक्रांति
24 अक्टूबर रमा एकादशी
25 अक्टूबर धनतेरस
26 अक्टूबर नरक चतुर्दशी
27 अक्टूबर दिवाली
28 अक्टूबर गोवर्धन पूजा , अश्विन अमावस्या
29 अक्टूबर भाई दूज
नवंबर 2019
1 नवंबर सौभाग्य पंचमी
2 नवंबर सूर्य षष्ठी
3 नवंबर गोपाष्टमी
5 नवंबर अक्षय आंवला नवमी
8 नवंबर देवोत्थान एकादशी, तुलसी विवाह
12 नवंबर कार्तिक पूर्णिमा व्रत, गुरुनानक जयंती
16 नवंबर संकष्टी चतुर्थी
17 नवंबर वृश्चिक संक्रांति
22 नवंबर उत्पन्ना एकादशी
24 नवंबर प्रदोष व्रत (कृष्ण)
25 नवंबर मासिक शिवरात्रि
26 नवंबर कार्तिक अमावस्या
दिसंबर 2019
8 दिसंबर मोक्षदा एकादशी
12 दिसंबर मार्गशीर्ष पूर्णिमा व्रत
15 दिसंबर संकष्टी चतुर्थी
16 दिसंबर धनु संक्रांति
22 दिसंबर सफला एकादशी
25 दिसंबर क्रिसमस डे
26 दिसंबर मार्गशीर्ष अमावस्या, सूर्य ग्रहण
Hanuman Jayanti 2023 Upay : हिंदू पंचांग के अनुसार प्रत्येक वर्ष चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि के दिन रुद्रावतार हनुमान जी का जन्म दिवस धूमधाम से मनाया जाता है। इस वर्ष यह पर्व 6 अप्रैल 2023, गुरुवार (Hanuman Jayanti 2023 Date) के दिन मनाया जाएगा। इस विशेष दिन पर हनुमान जी की विधिवत पूजा करने से साधकों को सुख और समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है और जीवन में आ रही सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं।
सभी नौ ग्रह सही समय पर राशि चक्र में गोचर करते हैं। अन्य ग्रहों के साथ युति भी बनाते हैं। इन ग्रहों के गोचर और युति से शुभ और अशुभ योग बनते हैं। इस समय शनि अपनी मूल त्रिकोण राशि कुंभ में है। कुंभ में सूर्य देव भी हैं। वहीं देवगुरु बृहस्पति और शुक्र मीन राशि में युति कर रहे हैं। इस प्रकार इन ग्रहों की स्थिति पंच महायोग बना रही है। 19 फरवरी से केदार योग, शंख योग, शश योग, ज्येष्ठ योग और सर्वार्थसिद्धि योग बना है। 5 महायोगों का दुर्लभ संयोग 700 साल बाद अपना प्रभाव दिखाएगा। कुछ राशियों पर इस योग का शुभ प्रभाव दिखाई देगा।
यदि आप आर्थिक तंगी से परेशान है। आय से अधिक खर्च हो रहा है। कई बार प्रयास करने के बाद भी नौकरी नहीं मिल रही है। कारोबार को लेकर परेशान हैं या किसी रोग से पीड़ित हैं, तो हम आपको होलिका दहन के समय किए जाने वाले कुछ उपाय के बारे में बताने जा रहे हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यह उपाय सही दिन और सही समय पर किया जाए, तो नौकरी, शिक्षा, धन, सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।
Shani Gochar 2023: शनिदेव 30 साल बाद कुंभ राशि में दोबारा से गोचर करने वाले हैं। ज्योतिष में शनि का गोचर हमेशा से ही महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि सभी ग्रहों में शनि सबसे मंदगति से चलने वाले ग्रह हैं। ये एक से दूसरी राशि में गोचर करने में करीब ढाई वर्षो का समय लेते हैं। इस वजह से किसी राशि पर इनका ज्यादा और दूरगामी प्रभाव पड़ता है। 15 जनवरी को सूर्यदेव अपने पुत्र शनि की राशि में प्रवेश करेंगे फिर उसके दो दिन बाद यानी 17 जनवरी को शनिदेव भी कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे। ये महायोग कई राशियों के जातकों के लिए जीवन में बड़े बदलाव लानेवाला है।
Surya Gochar 2023: इस महीने सूर्य और शनि का दुर्लभ संयोग होने वाला है। 14 जनवरी को रात 8 बजकर 57 मिनट पर ग्रहों के राजा सूर्य मकर राशि में प्रवेश करने वाले हैं। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक शनि, मकर राशि के स्वामी हैं। वहीं सूर्य को शनि का पिता माना जाता है। सूर्य के पास राज करने के अधिकार हैं, तो शनि को उनका सेवक माना जाता है। लेकिन शनि को कर्मफलदाता भी माना जाता है। ज्योतिष में इन दोनों के बीच शत्रुता कही गई है।
Astrology News: संपूर्ण ब्राह्मांड के पालनकर्ता श्री हरि विष्णु भगवान को गुरुवार का दिन समर्पित होता है। इस दिन यदि कोई जातक उनका व्रत रखता है एवं विशेष पूजा करता है तो उसे अपार धन लाभ होता है। विष्णु भगवान की पूजा से उसे लक्ष्मी माता की कृपा भी प्राप्त हो जाती है। ऐसा कहा जाता है कि कुछ राशियों ऐसी भी जिन्हें भगवान विष्णु की कृपा से कभी धन की हानि का सामना नहीं करना पड़ता है। आइये जानते हैं उन राशियों के बारे में पूरी जानकारी।
Libra Yearly Horoscope 2023: इस वर्ष तुला राशि के जातकों को हर क्षेत्र में लाभ होने वाला है। साथ ही आकस्मिक परेशानियों का भी सामना करना पड़ सकता है। जनवरी की शुरूआत में परिवार में कोई धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन हो सकता है। जिसके कारण परिवार में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होगा। इस वर्ष आपके खर्चों में वृद्धि हो सकती है। पढ़िए सम्पूर्ण वार्षिक राशिफल।
अशोक के पत्तों का उपयोग धार्मिक और मांगलिक कार्यों के लिए प्राचीन समय से होता आ रहा है। अशोक के पत्ते बेहद शुभ माने जाते हैं। किसी भी शुभ अवसर पर घर के मुख्य द्वार पर अशोक या आम के पत्तों से बनी माला अवश्य लटकाई जाती है। ऐसा करने के पीछे कई ज्योतिषीय कारण बताए जाते हैं। इसके पत्ते पूजा के कलश में भी रखे जाते हैं। ज्योतिष में अशोक के पत्तों के कई उपाय बताए गए हैं। इन उपायों को करके आप अपने जीवन की समस्त समस्याओं से पीछा छुड़ा सकते हैं।
Shani Gochar 2023: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि देव 17 जनवरी 2023 को स्वराशि कुंभ में गोचर करेंगे। मार्च 2025 तक कुंभ में ही रहेंगे। शनि के स्वराशि कुंभ में गोचर करते ही कुछ राशियों से शनि साढ़े साती और ढैय्या हट जाएगी। वहीं, कुंभ, मीन, मकर राशि के लिए कठिन समय शुरू हो जाएगा। सबसे ज्यादा मुश्किल समय 2023 से 2025 तक कुंभ राशि वालों के लिए रहेगा। इस दौरान तीनों राशि के जातकों को अपनी सेहत का विशेष ध्यान रखना होगा और गुस्से पर नियंत्रण पाना होगा।
Garuda Purana: सनातन धर्म के 18 महापुराणों में से एक गरुड़ पुराण में कुछ ऐसी आदतों का जिक्र किया गया है। जिनका समय पर त्याग कर देना चाहिए। यदि इन आदतों को समय पर नहीं छोड़ा गया तो व्यक्ति कंगाल हो जाता है। कुछ ही समय में राजा से रंक बन जाता है। गरुड़ पुराण में वर्णित बातों का अनुसरण करने पर व्यक्ति अपने जीवन में सुखों का भोग करता है। जानते हैं वो कौन सी आदतें हैं, जिनसे व्यक्ति को दूरी बनाने में ही भलाई है।