मुंबई रिलायंस इंडस्ट्रीज का प्रॉफिट मार्च तिमाही में 12.3 पर्सेंट बढ़ा। इस क्वॉर्टर में कंपनी का ग्रॉस रिफाइनिंग मार्जिन सिंगापुर के बेंचमार्क का दोगुना रहा। पेट्रोकेमिकल मार्जिन भी दमदार दिखा। कंपनी अभी कुछ प्रोजेक्ट्स पर काम कर रही है। उसका कहना है कि इनके चलते आगे भी ग्रोथ अच्छी रहेगी। रिलायंस इंडस्ट्रीज को टेलीकॉम वेंचर और रिटेल सब्सिडियरी का बिजनस भी तेजी से बढ़ने की उम्मीद है।
एक्सेप्शनल आइटम्स के बिना कंपनी का कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट 16.6 पर्सेंट उछलकर 8,046 करोड़ रुपये रहा। पिछले साल इसी तिमाही में उसने अपना शेल बिजनस बेचा था। वहीं, पूरे वित्त वर्ष में मुनाफा 18.8 पर्सेंट बढ़कर रेकॉर्ड 29,901 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। बिना एक्सेप्शनल आइटम्स के 2016-17 में नेट प्रॉफिट 0.5 पर्सेंट बढ़ा।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा कि हाई ऑपरेटिंग रेट्स और कम दाम पर कच्चा माल मिलने से रिफाइनिंग और पेट्रोकेमिकल्स बिजनस को रिकॉर्ड मुनाफा हुआ है। उन्होंने बताया, 'अभी हम कुछ प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहे हैं। इनके पूरा होने से हमारी ताकत और बढ़ेगी और बिजनस इंटीग्रेटेड होगा। इससे हमें लॉन्ग टर्म में प्रॉफिटेबल ग्रोथ हासिल करने में मदद मिलेगी।' अंबानी को डिजिटल वेंचर जियो से भी आमदनी बढ़ने की उम्मीद है। उन्होंने कहा, 'जियो इतिहास में फ्री सर्विस से पेड सर्विस की तरफ सबसे बड़ा माइग्रेशन है।'
रिलायंस का टर्नओवर मार्च क्वॉर्टर में 45 पर्सेंट बढ़कर 92,889 करोड़ रुपये रहा। 31 मार्च तक इसका कर्ज बढ़कर 1,96,601 करोड़ रुपये हो गया था, जो साल भर पहले तक 1,80,665 करोड़ रुपये था। कंपनी के पास कैश और कैश इक्विवैलेंट 77,226 करोड़ रुपये का है, जो पिछले साल मार्च तिमाही तक 89,969 करोड़ रुपये था। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने कहा कि कंपनी ने अब तक का सबसे बड़ा कैपिटल एक्सपेंडिचर साइकल पूरा कर लिया है। उसने 2016-17 में 1,15,000 करोड़ रुपये का निवेश भी शामिल था। कंपनी को इसका फायदा 2017-18 से मिलने लगेगा। रिलायंस इंडस्ट्रीज के ज्वाइंट चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर वी श्रीकांत ने रिपोर्टर्स को बताया, 'हमारा कैपिटल एक्सपेंडिचर साइकल पूरा हो गया है। हम वित्त वर्ष 2018 में इस काम पर सिर्फ 15,000-18,000 करोड़ रुपये खर्च करेंगे। इसमें जियो में होने वाला निवेश शामिल नहीं है। इसका 60-65 पर्सेंट बेनेफिट वित्त वर्ष 2018 में दिखेगा और 100 पर्सेंट बेनेफिट अगले साल से, जब हाइड्रोकार्बन प्रोजेक्ट्स पर हमारा निवेश पूरा हो जाएगा।'
कंपनी की ब्रॉडबैंड सर्विस जियो में अब तक 1,79,000 करोड़ रुपये का निवेश हो चुका है। इसमें वित्त वर्ष 2018 की पहली तिमाही में और 18,000 करोड़ रुपये लगाए जा सकते हैं, जिसके बाद कंपनी के कैपिटल एक्सपेंडिचर में तेज गिरावट आएगी। कंपनी वित्त वर्ष 2018 की पहली या दूसरी तिमाही से जियो से आमदनी दर्ज करने लगेगी।
पहली बार रिजल्ट का ऐलान करते हुए रिलायंस जियो इंफोकॉम ने बताया कि मार्च तक के 6 महीने में उसका लॉस बढ़कर 22.50 करोड़ रुपये हो गया, जो साल भर पहले 7.46 करोड़ रुपये था। अक्टूबर-मार्च के बीच इसकी आमदनी 76 पर्सेंट गिरकर 0.54 करोड़ रुपये रही, जबकि इसी दौरान साल भर पहले उसे 2.25 करोड़ रुपये की इनकम हुई थी। टेलीकॉम कंपनी 31 मार्च तक सभी सेवाएं मुफ्त में दे रही थी। कंपनी ने इसके लिए लगातार दो प्रमोशनल ऑफर लॉन्च किए थे। वह 1 अप्रैल से यूजर्स से सर्विस की कीमत ले रही है, लेकिन बहुत कम।
एनालिस्ट हेवी कैपिटल एक्सपेंडिटर से बढ़िया रिटर्न की उम्मीद कर रहे हैं। शेयरखान के एनालिस्ट अभिजीत बोरा ने कहा, '20 अरब डॉलर का डाउनस्ट्रीम कैपिटल एक्सपेंडिचर पूरा होने वाला है और प्रोजेक्ट्स शुरू होने जा रहे हैं। हमारा मानना है कि वित्त वर्ष 2016-2019 के बीच कंपनी के कंसॉलिडेटेड ऑपरेटिंग प्रॉफिट में 15 पर्सेंट सीएजीआर से बढ़ोतरी हो सकती है।
इस लिहाज से टेलीकॉम वेंचर का प्रदर्शन काफी मायने रखता है। हमने रिलायंस इंडस्ट्रीज के लिए बाय रेटिंग बनाए रखी है।' रिलायंस इंडस्ट्रीज के रिफाइनिंग बिजनस को रिकॉर्ड 11.5 डॉलर प्रति बैरल का ग्रॉस रिफाइनिंग मार्जिन मिला है, जबकि साल भर पहले उसे 10.8 डॉलर का मार्जिन हासिल हुआ था। पिछली तिमाही में भी कंपनी का मार्जिन इतना ही था। कंपनी के पेट्रोकेमिकल बिजनस की उसकी स्टैंडअलोन इनकम में एक तिहाई हिस्सेदारी है। मार्च तिमाही में इस बिजनस से इनकम और ऑपरेटिंग प्रॉफिट में सालाना आधार पर 25 पर्सेंट की बढ़ोतरी हुई।
नई दिल्ली। पिछले सात कारोबारी सेशन में अदाणी समूह का मार्केट कैप नौ लाख करोड़ कम हो गया है। 24 जनवरी 2023 को अदाणी समूह का कुल मार्केट कैप 19.2 लाख करोड़ था तो 3 फरवरी के कारोबारी सेशन के बाद महज 10 लाख करोड़ रह गया।
नई दिल्ली। वेतनशुदा मध्यमवर्ग के लिए सबसे तकलीफदेह यही होता है। इस मध्यम वर्ग के लिए कम से कम इनकम टैक्स के मामले में कुछ अच्छे दिन आते दिख रहे हैं। वजह है वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बजट भाषण में आयकर को लेकर पांच बड़े एलान। आइए इस बारे में बारी-बारी से जानते हैं...
नई दिल्ली। वर्ष 2023 में भी वैश्विक मंदी का माहौल रह सकता है। इस दौरान खाद्य सुरक्षा, ऊर्जा और महंगाई का अतरिक्त दबाव देखने को मिल सकता है। वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के सर्वे में इस बात का दावा किया गया है।
नई दिल्ली। दुनियाभर के लोग नए साल का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। लेकिन आने वाला साल दुनिया के लिए चुनौतपूर्ण होने वाला है। दरअसल, सेंटर फॉर इकोनॉमिक्स एंड बिजनेस रिसर्च (CEBR) की रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया को 2023 में मंदी का सामना करना पड़ेगा। रिपोर्ट के मुताबिक, आसमान छूती महंगाई को काबू करने के लिए दुनियाभर के केंद्रीय बैंक ब्याज दरों में वृद्धि करेंगे। इससे बाजार मांग में कमी आएगी। यह पूरी दुनिया को मंदी की चपेट में धकेलने का काम करेगा। वहीं, भारत के लिए अच्छी खबर यह है कि भारत को आर्थिक महाशक्ति बनाने से कोई नहीं रोक सकता है।
नई दिल्ली। आरबीआई गवर्नर (RBI Governor) ने तीन दिनों तक चली एमपीसी की बैठक के बाद रेपो रेट को बढ़ाने का एलान किया है। आरबीआई ने रेपो रेट में 0.35% बढ़ोतरी का एलान किया है। अब आरबीआई की रेपो रेट 5.4% से बढ़कर 6.25% हो गई है। आरबीआई ने लगातार पांचवी बार इसे बढ़ाने का फैसला किया है। केंद्रीय बैंक ने मई 2022 में रेपो रेट को 40 बेसिस प्वाइंट बढ़ाने की घोषणा के साथ इसकी शुरुआत की थी।
नई दिल्ली। सरकारी तेल कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल के रेट (Petrol Diesel Latest Price) जारी कर दिए हैं। बता दें कच्चे तेल में उतार-चढ़ाव के बावजूद महाराष्ट्र और मेघालय को छोड़ बंगाल, राजस्थान, गुजरात, बिहार, मध्य प्रदेश ,यूपी समेत सभी राज्यों में 164वें दिन भी ईंधन के दाम स्थिर हैं। 1 नवंबर 2022, मंगलवार से पेट्रोल और डीजल 40 पैसे प्रति लीटर सस्ता हो गया है। नई कीमतें मंगलवार सुबह छह बजे से प्रभावी हो गईं।
नई दिल्ली। सरकार ने कहा कि त्योहारी सीजन में लोगों को प्याज और दालों की महंगाई नहीं सताएगी। पर्याप्त बफर स्टॉक होने की वजह से प्याज और दालों की कीमतें दिसंबर तक नहीं बढ़ेंगी। उपभोक्ता मामलों के सचिव रोहित कुमार सिंह ने कहा कि सरकार के पास 2022-23 के लिए 2.5 लाख टन से ज्यादा प्याज का भंडार है। इसमें 54 लाख टन प्याज राज्यों को जारी किया गया है।
नई दिल्ली। एलन मस्क (Elon Musk) ने सोशल मीडिया कंपनी के मालिक बनने पर ट्विटर (Twitter) के अधिकांश कर्मचारियों की छंटनी (Layoff) करने की योजना बनाई है। अगर एलन मस्क ने ट्विटर को खरीद लिया तो कर्मचारियों की नौकरी चली जाएगी।
नई दिल्ली। हफ्ते के अंतिम कारोबारी दिन शुक्रवार को शेयर बाजार हरे निशान पर खुला है। बाजार की शुरुआत में सेंसेक्स लगभग 200 अंकों की बढ़त के साथ कारोबार करता दिख रहा है। निफ्टी में भी 50 अंकों की मजबूती है। फिलहाल सेंसेक्स 151.58 अंकों की बढ़त के साथ 59,397.07 के लेवल पर तो निफ्टी 52.95 अंकों की बढ़त के साथ 17,616.90 अंकों पर कारोबार कर रहा है।
नई दिल्ली। भारतीय शेयर बाजार में गिरावट का सिलसिला बरकरार है। सप्ताह के दूसरे कारोबारी दिन यानी मंगलवार को सेंसेक्स 843.79 अंक यानी 1.46 प्रतिशत लुढ़ककर 57,147.32 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 940.71 अंक तक नीचे चला गया था। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 257.45 अंक यानी 1.49 प्रतिशत की गिरावट के साथ 16,983.55 अंक पर बंद हुआ।