नई दिल्ली: एयर इंडिया में हिस्सेदारी बेचने में नाकाम रही सरकार अब सरकारी एयरलाइन को पूरी तरह बेचने पर विचार कर रही है. इससे पहले सरकार ने एयर इंडिया की 76 फीसदी हिस्सेदारी बेचने का प्रयास किया था, लेकिन वह विफल रही. 31 मई को सरकार को कोई खरीदार नहीं मिला था. आर्थिक मामलों के सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने बताया कि सरकार एयर इंडिया को बेचने के लिए दूसरे विकल्प तलाश रही है. ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार एक बार फिर निजीकरण की प्रक्रिया पर विचार कर रही है. सुभाष चंद्र गर्ग के मुताबिक, अल्पसंख्यक राज्य की हिस्सेदारी वाले क्लॉज को शामिल करते हुए इसपर पुनः विचार किया जाएगा. उन्होंने कहा कि सराकार कई विकल्पों को लेकर चल रही है और 24 फीसदी हिस्सेदारी अपने पास रखने की इच्छा नहीं रखती है.
गर्ग के मुताबिक, 'जिस नीति को अपनाकर एयर इंडिया की हिस्सेदारी खरीदने का ऑफर दिया गया था, उसने काम नहीं किया. इसलिए अब कुछ अलग तरह से किया जाएगा. सरकार का लक्ष्य यह नहीं है कि 24 फीसदी हिस्सेदारी खुद रखे. इसपर भी पुनर्विचार किया जा सकता है.'
नहीं मिला कोई खरीदार
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी का हाई प्रोफाइल प्राइवेटाइजेशन प्लान 31 मई को खत्म हो गया. मार्च 2017 के अंत तक 48000 करोड़ से ज्यादा के कर्ज में डूबी एयर इंडिया को कोई खरीदार नहीं मिला. अप्रैल में इंडिगो और जेट एयरवेज ने साफ किया था कि वह एयर इंडिया के विनिवेश प्रक्रिया का हिस्सा नहीं हैं. हालांकि, पिछले साल एयर इंडिया के विनिवेश प्लान की शुरुआत होने पर इंडिगो ने इसमें सबसे पहले इच्छा जताई थी. सरकार ने स्पष्ट किया कि वह एयर इंडिया इंटरनेशनल ऑपरेशन्स को अलग से नहीं बेच रही है तो इंडिगो ने हाथ पीछे खींच लिए.
कर्ज के साथ बेचने का ऑफर
एयर इंडिया को 33000 करोड़ के कर्ज के साथ बेचने का ऑफर दिया गया था. एयरलाइन इस समय सरकार द्वारा दिए जाने वाले बेलआउट पैकेज पर काम चला रही है. इससे पहले सरकार का यह प्रयास विपक्ष के विरोध की वजह से सफल नहीं हो पाया था.
चिदंबरम ने उठाए थे सवाल
एयर इंडिया के विनिवेश पर पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने सवाल उठाए थे. उन्होंने कहा था कि सरकार एयर इंडिया को लेकर पूरी तरह कन्फ्यूज है. विनिवेश पॉलिसी में कोई स्पष्टता नहीं है. ऐसे में सरकार को खुद ही नहीं पता कि एयर इंडिया का करना क्या है. चिदंबरम के मुताबिक, 'यह न तो प्राइवेटाइजेशन है और न ही ज्वाइंट वेंचर. जब आप 70 फीसदी हिस्सा ही नहीं बेच पा रहे हैं जाहिर सी बात है कि आपको पता ही नहीं है क्या करना है.'
बैंक बोर्ड ब्यूरो पर चिदंबरम का सवाल
चिदंबरम ने बैंक बोर्ड ब्यूरो पर भी सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा बैंक बोर्ड का गठन बैंकिंग सेक्टर की सेहत सुधारने के लिए किया गया था, जो पूरी तरह फेल साबित हुआ है. चिदंबरम ने बैंक बोर्ड ब्यूरो को DDD(-) रेटिंग दी है. ग्रॉस एनपीए पिछले 4 साल में 2,63,000 करोड़ से बढ़कर 10,30,000 करोड़ पर पहुंच गया है. आगे इसके और बढ़ने की उम्मीद है. कोई भी बैंक बड़े कर्ज देने को तैयार नहीं है. बैंक बोर्ड ब्यूरो पूरी तरह विफल साबित हुआ है, इसे तुरन्त बंद कर देना चाहिए.
नई दिल्ली। पिछले सात कारोबारी सेशन में अदाणी समूह का मार्केट कैप नौ लाख करोड़ कम हो गया है। 24 जनवरी 2023 को अदाणी समूह का कुल मार्केट कैप 19.2 लाख करोड़ था तो 3 फरवरी के कारोबारी सेशन के बाद महज 10 लाख करोड़ रह गया।
नई दिल्ली। वेतनशुदा मध्यमवर्ग के लिए सबसे तकलीफदेह यही होता है। इस मध्यम वर्ग के लिए कम से कम इनकम टैक्स के मामले में कुछ अच्छे दिन आते दिख रहे हैं। वजह है वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बजट भाषण में आयकर को लेकर पांच बड़े एलान। आइए इस बारे में बारी-बारी से जानते हैं...
नई दिल्ली। वर्ष 2023 में भी वैश्विक मंदी का माहौल रह सकता है। इस दौरान खाद्य सुरक्षा, ऊर्जा और महंगाई का अतरिक्त दबाव देखने को मिल सकता है। वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के सर्वे में इस बात का दावा किया गया है।
नई दिल्ली। दुनियाभर के लोग नए साल का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। लेकिन आने वाला साल दुनिया के लिए चुनौतपूर्ण होने वाला है। दरअसल, सेंटर फॉर इकोनॉमिक्स एंड बिजनेस रिसर्च (CEBR) की रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया को 2023 में मंदी का सामना करना पड़ेगा। रिपोर्ट के मुताबिक, आसमान छूती महंगाई को काबू करने के लिए दुनियाभर के केंद्रीय बैंक ब्याज दरों में वृद्धि करेंगे। इससे बाजार मांग में कमी आएगी। यह पूरी दुनिया को मंदी की चपेट में धकेलने का काम करेगा। वहीं, भारत के लिए अच्छी खबर यह है कि भारत को आर्थिक महाशक्ति बनाने से कोई नहीं रोक सकता है।
नई दिल्ली। आरबीआई गवर्नर (RBI Governor) ने तीन दिनों तक चली एमपीसी की बैठक के बाद रेपो रेट को बढ़ाने का एलान किया है। आरबीआई ने रेपो रेट में 0.35% बढ़ोतरी का एलान किया है। अब आरबीआई की रेपो रेट 5.4% से बढ़कर 6.25% हो गई है। आरबीआई ने लगातार पांचवी बार इसे बढ़ाने का फैसला किया है। केंद्रीय बैंक ने मई 2022 में रेपो रेट को 40 बेसिस प्वाइंट बढ़ाने की घोषणा के साथ इसकी शुरुआत की थी।
नई दिल्ली। सरकारी तेल कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल के रेट (Petrol Diesel Latest Price) जारी कर दिए हैं। बता दें कच्चे तेल में उतार-चढ़ाव के बावजूद महाराष्ट्र और मेघालय को छोड़ बंगाल, राजस्थान, गुजरात, बिहार, मध्य प्रदेश ,यूपी समेत सभी राज्यों में 164वें दिन भी ईंधन के दाम स्थिर हैं। 1 नवंबर 2022, मंगलवार से पेट्रोल और डीजल 40 पैसे प्रति लीटर सस्ता हो गया है। नई कीमतें मंगलवार सुबह छह बजे से प्रभावी हो गईं।
नई दिल्ली। सरकार ने कहा कि त्योहारी सीजन में लोगों को प्याज और दालों की महंगाई नहीं सताएगी। पर्याप्त बफर स्टॉक होने की वजह से प्याज और दालों की कीमतें दिसंबर तक नहीं बढ़ेंगी। उपभोक्ता मामलों के सचिव रोहित कुमार सिंह ने कहा कि सरकार के पास 2022-23 के लिए 2.5 लाख टन से ज्यादा प्याज का भंडार है। इसमें 54 लाख टन प्याज राज्यों को जारी किया गया है।
नई दिल्ली। एलन मस्क (Elon Musk) ने सोशल मीडिया कंपनी के मालिक बनने पर ट्विटर (Twitter) के अधिकांश कर्मचारियों की छंटनी (Layoff) करने की योजना बनाई है। अगर एलन मस्क ने ट्विटर को खरीद लिया तो कर्मचारियों की नौकरी चली जाएगी।
नई दिल्ली। हफ्ते के अंतिम कारोबारी दिन शुक्रवार को शेयर बाजार हरे निशान पर खुला है। बाजार की शुरुआत में सेंसेक्स लगभग 200 अंकों की बढ़त के साथ कारोबार करता दिख रहा है। निफ्टी में भी 50 अंकों की मजबूती है। फिलहाल सेंसेक्स 151.58 अंकों की बढ़त के साथ 59,397.07 के लेवल पर तो निफ्टी 52.95 अंकों की बढ़त के साथ 17,616.90 अंकों पर कारोबार कर रहा है।
नई दिल्ली। भारतीय शेयर बाजार में गिरावट का सिलसिला बरकरार है। सप्ताह के दूसरे कारोबारी दिन यानी मंगलवार को सेंसेक्स 843.79 अंक यानी 1.46 प्रतिशत लुढ़ककर 57,147.32 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 940.71 अंक तक नीचे चला गया था। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 257.45 अंक यानी 1.49 प्रतिशत की गिरावट के साथ 16,983.55 अंक पर बंद हुआ।