नई दिल्ली: कर्नाटक विधानसभा चुनावों के नतीजों के बाद बीजेपी, कांग्रेस और जेडीएस के बीच प्रदेश में सरकार बनाने को लेकर जंग तेज हो गई है। बीजेपी ने कर्नाटक चुनाव में अधिक सीटें जीती, इसके बावजूद वह सत्ता से दूर है। फिलहाल, राज्य में सरकार बनाने के लिए जोड़तोड़ की राजनीति शुरु हो गई है। कांग्रेस ने जेडीएस को समर्थन देने का ऐलान कर बीजेपी को रोकने की कोशिश की है। हालांकि अभी भी कर्नाटक में सरकार बनाने के लिए राज्यपाल द्वारा किसी को आमंत्रित नहीं किया गया है। वहीं अगर कांग्रेस और जेडीएस के मत प्रतिशत की बात करें तो इन दोनों ने एक अच्छा-खासा वोट शेयर अर्जित किया है।
ये आंकड़े दर्शाते हैं कि अगर इन दोनों दलों ने चुनाव पूर्व गठबंधन किया होता तो कहानी कुछ और होती। इसकी बदौलत ये दोनों दल मिलकर बीजेपी को महज 68 सीटों पर रोक सकते थे। वहीं इन दोनों के गठबंधन को करीब 156 सीटें हासिल हो सकती थीं। अगर सबकुछ ठीक रहा तो कांग्रेस और जेडीएस का ये गठबंधन लोकसभा चुनाव 2019 में भी जारी रहेगा जो कि बीजेपी के लिए खतरे की घंटी हो सकता है।
गठबंधन के कारण लोकसभा चुनावों में बीजेपी को हो सकता है बड़ा नुकसान कुछ जानकारों के मुताबिक, जेडीएस और कांग्रेस गठबंधन को मिले प्रतिशत के आधार पर अगर लोकसभा क्षेत्रों के हिसाब से आंकलन करें तो बीजेपी को कनाटक में 28 में से केवल 6 सीटों से ही संतोष करना होगा। ये 2014 इलेक्शन के बाद बीजेपी के लिए बहुत बड़ा झटका हो सकता है जहां बीजेपी ने 17 सीटों पर कब्ज़ा जमाया था।
लोकसभा चुनाव 2019 में गठबंधन के खाते में 22 सीटें जा सकती हैं लोकसभा चुनाव 2019 में कर्नाटक के बगलकोट, हावेरी, धारवाड़, उडुपी-चिकमंगलूर, दक्षिण कन्नड़ और दक्षिण बगलकोट में बीजेपी को जीत मिल सकती है। इसके अनुसार,बीजेपी हैदराबाद-कर्नाटक और दक्षिण कर्नाटक में कोई सीट जीतने में कामयाब नहीं हो सकती है। जबकि वर्तमान मत प्रतिशत के आधार पर कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन के खाते में 22 सीटें जा सकती हैं।
बीजेपी को कमजोर समझने की भूल की जेडीएस-कांग्रेस ने वास्तव में, कर्नाटक की स्थिति कमोवेश उत्तर प्रदेश की तरह है जहां समाजवादी पार्टी और बसपा ने बीजेपी की ताकत को कम कर आंका और अलग-अलग चुनाव लड़ा था। उसी प्रकार कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस ने नरेंद्र मोदी और अमित शाह के नेतृत्व को नजरअंदाज कर अलग-अलग चुनाव लड़ने का फैसला किया और इसका नतीजा ये हुआ कि बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। लेकिन अब ये दोनों धुर विरोधी दल बीजेपी को रोकने के लिए गठबंधन कर साथ आ गए हैं।
भोपाल। मध्यप्रदेश के नशामुक्ति अभियान में दिव्यांग किशोर सिंह डोडिया अपनी क्षमता का दर्शन करा रहे हैं। उन्होंने अपनी 3 पहिया गाड़ी को नशामुक्ति रथ के रूप में तैयार किया है। इसके माध्यम से वह सेक्टर के लगभग सभी गांवों में जाकर प्रचार-प्रसार करते हैं। उन्होंने लोगों को नशे के दुष्प्रभावों से अवगत कराने के साथ ही नशा ना करने की शपथ भी दिलवाने का कार्य किया है। वह 60 प्रतिशत दिव्यांग हैं और जिला मुख्यालय से 100 कि.मी दूर आलोट विकासखंड के ग्राम नारायणी में रहते हैं।
भोपाल। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा मध्य प्रदेश में बुरहानपुर के रास्ते बुधवार को प्रवेश करेगी। प्रदेश में अगले वर्ष विधानसभा के चुनाव होने हैं। ऐसे में पार्टी इस यात्रा को बड़े अवसर के रूप में देख रही है। पूरे प्रदेश में कार्यकर्ताओं को कांग्रेस के पक्ष में माहौल होने का संदेश देने के लिए मेगा शो की तैयारी है।
इंदौर। विद्यार्थियों को नियमों के फेर में छात्रवृत्ति से वंचित करने के विरोध में युवा कांग्रेस ने शनिवार को इंदौर में कलेक्टर कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। छात्र नेताओं को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को हल्का लाठी चार्ज भी करना पड़ा। हालांकि, विद्यार्थियों की समस्या को लेकर हुए इस प्रदर्शन में शहर कांग्रेस के सभी बड़े नेता नदारद रहे।
जयपुर। कांग्रेस आलाकमान को अपनी ताकत दिखाने की कोशिश राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भारी पड़ रही है। एक तरफ कांग्रेस के अध्यक्ष पद की रेस से वो बाहर हो गये हैं, तो दूसरी तरफ उनकी मुख्यमंत्री की कुर्सी पर भी खतरा मंडरा रहा है।
नई दिल्ली। असली शिवसेना किसकी है' इस मामले में उद्धव ठाकरे गुट को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका लगा है। सुप्रीम कोर्ट ने पार्टी की वो याचिका खारिज कर दी है, जिसमें उद्धव ठाकरे गुट की मांग की थी कि विधायकों की अयोग्यता पर फैसले से पहले, चुनाव आयोग पार्टी सिंबल पर सुनवाई न करे।
नई दिल्ली। कांग्रेस में नया राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनने की कवायद जारी है। अब तक उम्मीदवारों को लेकर चल रही बहस पर विराम लग गया है। साफ हो गया है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत उम्मीदवार होंगे। माना जा रहा है कि अशोक गहलोत के सामने कुछ और नेता भाग्य आजमा सकते हैं। इस बीच, अशोक गहलोत ने शुक्रवार सुबह बड़ा ऐलान किया। अशोक गहलोत के मुताबिक, राहुल गांधी ने उन्हें कहा है कि इस बार गांधी परिवार का कोई सदस्य पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं बनना चाहिए।
नई दिल्ली। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह सोमवार को भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। कैप्टन को कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर और किरण रिजिजू ने पार्टी की सदस्यता दिलवाई। नरेंद्र तोमर ने कैप्टन को पार्टी सदस्यता की पर्ची दी।
भोपाल। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा अब प्रदेश में 8 से 10 दिन देरी से एंट्री लेगी। तय शेड्यूल के मुताबिक मप्र में उनकी यात्रा 24 नवंबर को प्रवेश करने वाली थी और 10 दिसंबर को उज्जैन से कोटा के लिए प्रदेश से बाहर होने वाली थी। अब जो देरी हो रही है, उसका कारण यह सामने आ रहा है कि राहुल की स्पीड तो तय शेड्यूल के हिसाब से है, लेकिन उनके साथ चल रही टीम की स्पीड धीमी है।
नई दिल्ली। भाजपा ने साल 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी हैं। मंगलवार शाम दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय में अमित शाह और जेपी नड्डा की अगुवाई में बड़ी बैठक हुई। केंद्रीय मंत्रियों समेत तमाम बड़े नेताओं ने बैठक में हिस्सा लिया। बैठक में अमित शाह ने पिछले चुनावों से अधिक सीटें जीतने की बात कही।
नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव 17 अक्टूबर को होगा। 19 अक्टूबर को मतगणना होगी। जानकारी के मुताबिक, चुनाव के लिए 22 सितंबर को अधिसूचना जारी होगी। कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया 24 सितंबर से शुरू होगी। इसकी अंतिम तिथि 30 सितंबर तय की गई है।