अपने नाम को लेकर चर्चा का विषय बन चुके क्रिकेटर वॉशिंगटन सुंदर हमेशा 555 नंबर की जर्सी पहनकर खेलते हैं. नाम की तरह ही सुंदर की जर्सी के नंबर का भी एक खास मतलब है. आरसीबी की ओर से खेलने वाले सुंदर ने खुद इस राज से पर्दा उठाया है.
एक वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में सुंदर ने बताया कि उनकी जन्मतिथि और जन्म का वक्त इस जर्सी नंबर के पीछे की सबसे बड़ी वजह है. सुंदर का जन्म 5 अक्टूबर को सुबह 5 बजकर 5 मिनट पर हुआ था. यही वजह से कि वो उन्होंने 555 नंबर की जर्सी पहनकर मैदान पर उतरते हैं.
बल्ले से किया कमाल
वॉशिंगटन सुंदर ने रविवार को खेले गए मुकाबले में राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ 3 छक्कों और एक चौके की मदद से 19 गेंदों पर ताबड़तोड़ 35 रन बनाए. लेकिन 218 रनों का पीछा करने उतरी RCB को मैच में हार का सामना करना पड़ा.
आईपीएल-10 में राइजिंग पुणे सुपरजायंट की ओर से खेलते हुए वॉशिंगटन सुंदर ने आईपीएल में सबसे कम उम्र में 'मैन ऑफ द मैच' का अवॉर्ड हासिल करने का रिकॉर्ड बनाया. 17 साल 223 दिनों में यह उपलब्धि हासिल करने वाले वे आईपीएल खिलाड़ी बने थे. अब तक 18 वर्ष की उम्र से पहले किसी खिलाड़ी को 'मैन ऑफ द मैच' हासिल नहीं हुआ था.
नाम की पीछे भी खास वजह
वॉशिंगटन सुंदर के जर्सी नंबर ही नहीं नाम में भी एक राज छुपा है. दरअसल उनके पिता एम सुंदर ने अपने गॉडफादर पीडी वॉशिंगटन के नाम पर अपने बेटे का नाम रखा था. पीडी वॉशिंगटन ने सुंदर के पिता की काफी मदद की और मुश्किल वक्त में परिवार के साथ खड़े रहे. इसीलिए सुंदर के पिता उन्हें अपना गॉडफादर मानते हैं.
एक कान से सुन नहीं सकते
टीम इंडिया में खेल चुके वॉशिंगटन सुंदर सिर्फ एक कान से सुन पाते हैं. जब वो चार साल के थे, तब उनकी बीमारी का पता चला. कई अस्पतालों में इलाज के बाद पता चला कि ये रोग असाध्य है. सुंदर को भी इसके चलते परेशानी का सामना करना पड़ता था. लेकिन उन्होंने इस कमजोरी को हावी नहीं होने दिया.










