भारतीय धावक मोहम्मद अनस 21वें कॉमनवेल्थ खेलों के पुरुषों की 400 मीटर स्पर्धा के फाइनल में राष्ट्रीय रिकार्ड बनाकर भी पदक से चूक गए. वह फाइनल में चौथे स्थान पर रहे. उन्होंने 45.31 सेकेंड का समय निकाला. स्पर्धा का स्वर्ण बोट्सवाना के इसाक माकवाला के नाम रहा, जिन्होंने 44.35 सेंकेंड का समय निकाला. वहीं जमैका के जेवान फ्रांसिस सीजन का अपना सर्वश्रेष्ठ समय निकालते हुए कांसा जीतने में सफल रहे. उन्होंने 45.11 सेकेंड का समय निकाला. इस तरह अनस केवल 0.20 सेकेंड से चूक गए.
मोहम्मद अनस इसके साथ ही एक नाम से भी जुड़ गए. वे मिल्खा सिंह के बाद इकलौते एथलीथ हैं कि जिन्होंने कॉमनवेल्थ खेलों के 400 मीटर के फाइनल्स में जगह बनाई है. मिल्खा सिंह ने 1958 में कॉमनवेल्थ के 400 मीटर के फाइनल्स में पहुंचने में कामयाबी हासिल की थी. नेशनल रिकॉर्ड बनाने वाले अनस ने अपने ही रिकॉर्ड में 0.01 सेकेंड का सुधार किया.
इससे पहले मोहम्मद अनस ने खेलों के पांचवें दिन पुरुषों की 400 मीटर स्पर्धा के फाइनल में प्रवेश कर लिया. अनस ने सेमीफाइनल की तीसरी हीट में शानदार प्रदर्शन करते हुए पहला स्थान हासिल किया. अनस ने 45.44 सेकेंड का समय निकाला था. पदक के चूकने वाले अनस ने कहा, ‘‘बारिश के कारण मेरी लय प्रभावित हुई क्योंकि ट्रैक पर पानी होने के कारण अधिक प्रयास करना पड़ रहा था. ट्रैक सख्त नहीं रह गया था. पैर की मांसपेशियों पर अधिक दबाव पड़ रहा था. साथ ही सर्दी के कारण शरीर जकड़ा हुआ लग रहा था. लेकिन मुझे विश्वास था कि इस स्तर पर मैं कहीं बेहतर प्रदर्शन कर सकता हूं. मुझे तीसरे स्थान पर आने की उम्मीद थी लेकिन मैंने जो हासिल किया उसकी मुझे खुशी है. अब मैं एशियाई खेलों की तैयारी करूंगा.’’
केरल के कोल्लम जिले के निलामेल से आने वाले अनस जब 10वीं क्लास में थे तब ही उनके पिता याहिया का हार्ट अटैक से निधन हो गया जो सेल्समैन थे. अनस के पिता भी एथलीट रह चुके थे. हालांकि पिता नहीं चाहते थे कि वे एथलीट बने लेकिन उनकी मां शीना ने हमेशा उनकी हौसला अफजाई की.
अनस पहले लॉन्ग जम्पर बनना चाहते थे. लेकिन आज वे सबसे तेजी से शुरुआत करने वाले धावकों में शुमार माने जाते हैं. अनस की तेज शुरुआत के पीछे उनके पिता याहिया की एक कहानी है. कोच्चि में एक दौड़ में याहिया पहली बार दौड़ में हिस्सा ले रहे थे. जूते न होने के बावजूद याहिया ने दौड़ में हिस्सा तो ले लिया लेकिन उन्हें मालूम ही नहीं था कि बंदूक की आवाज का मतलब था कि दौड़ शुरू हो गई है. गोली चली और तेज आवाज भी हुई लेकिन अनस के पिता को छोड़ कर सारे धावक दौड़ पड़े थे. इस कहानी का अनस पर गहरा प्रभाव पड़ा और वे दौड़ शुरू करने की घोषणा करने वाली आवाज के प्रति काफी संवेदनशील हो गए.
भोपाल। खेलो एमपी यूथ गेम्स 2023 के राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं का शानदार आगाज एक अक्टूबर को होने जा रहा है। रविवार को भोपाल के तात्या टोपे नगर स्टेडियम में शाम 7 बजे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और खेल एवं युवा कल्याण मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया की उपस्थिति में खेल महाकुंभ का रंगारंग शुभांरभ किया जायेगा। कार्यक्रम में केन्द्रीय खेल और युवा मामलों के मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर वर्चुअल माध्यम से जुड़ेंगे।
भोपाल। मध्यप्रदेश के खिलाड़ियों ने एक बार पुनः अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी क़ाबिलियत प्रदर्शित की है। चीन में सितंबर वर्ष 2023 में शुरू होने वाले एशियन गेम्स और बाकू अज़रबैजान में अगस्त में होने वाली आईएसएसएफ़ वर्ल्ड चेंपियनशिप में मध्यप्रदेश राज्य शूटिंग अकादमी की दो बेहतरीन शूटर्स ऐश्वर्या प्रताप सिंह तोमर और आशी चौकसे ने भारतीय टीम में अपनी जगह बनायी है।
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भारतीय महिला जूनियर हॉकी टीम के सभी खिलाड़ियों को एशिया कप 2023 टूर्नामेंट में ऐतिहासिक जीत पर बधाई और शुभकामनाएँ दी हैं। टूर्नामेंट का कल समापन दिवस था। जापान के काकामीगहारा में 4 बार की चेम्पियन दक्षिण कोरिया को भारतीय महिला जूनियर हॉकी टीम ने 2-1 से शिकस्त देकर नया इतिहास रचा है।
भोपाल। स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया द्वारा भोपाल में आयोजित 66वीं राष्ट्रीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता में आज फुटबॉल वॉलीबॉल टेबल टेनिस एवं जूडो के प्रथम चरण के मुकाबले संपन्न हुए।
भोपाल। स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया द्वारा भोपाल में आयोजित 66वें राष्ट्रीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता द्वितीय चरण के मुकाबले प्रारंभ हुए आज प्रातः टीटी नगर स्टेडियम में वॉलीबॉल के मुकाबले प्रारंभ हुए।
भोपाल। भोपाल में आईएसएसएफ़ वर्ल्ड कप के आख़िरी दिन भारत की सिफ्ट कौर समरा ने अपना पहला व्यक्तिगत विश्व कप पदक जीता। मेडिकल की छात्रा और मौजूदा राष्ट्रीय चेंपियन भारत की सिफ़्ट ने महिलाओं की 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन (3P) में शीर्ष-आठ रैंकिंग राउंड में 403.9 स्कोर कर कांस्य पदक हासिल किया। इस इवेंट में चीन की झांग क्यूनग्यू ने स्वर्ण पदक और चेक गणराज्य की अनीता ब्राबकोवा ने रजत पदक हासिल किया।
भोपाल। इंटरनेशनल शूटिंग स्पोर्ट्स फेडरेशन (आईएसएसएफ) वर्ल्ड कप के चौथे दिन 25 मीटर पिस्टल वुमन फाइनल में मनु भाकर ने भारत को कांस्य पदक दिलाया। इसमें जर्मनी की वी डोरेन ने स्वर्ण और चीन की डु जियन ने रजत पदक हासिल किया। इस क्वालिफाइ राउंड में कुल 29 खिलाड़ी शामिल हुए, जिसमें 5 भारतीय खिलाड़ी भी थे। वर्ल्ड कप में भारत के मेडल की संख्या 6 हो गई है, जिसमें 1 स्वर्ण,1 रजत और 4 कांस्य पदक शामिल है।
नई दिल्ली। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच वनडे सीरीज खत्म होने के बाद अगले हफ्ते से क्रिकेट का नया रोमांच शुरु होने वाला है। शुक्रवार, 31 मार्च से आईपीएल 2023 की शुरुआत होने वाली है। इंडियन प्रीमियर लीग के 16वें संस्करण में 70 लीग मैच होंगे और ये सभी मुकाबले 12 मैदानों पर खेले जाएंगे। इस टूर्नामेंट की शुरुआत गुजरात टाइटंस और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच मैच से होगी। पिछले सीजन में चेन्नई का परफॉर्मेन्स काफी खराब रहा था और वो 9वें स्थान पर रही थी। वहीं गुजरात टाइटन्स पिछले सीजन की चैंपियन टीम है।
भोपाल। भोपाल के बिशनखेड़ी स्थित मध्यप्रदेश राज्य शूटिंग एकेडमी ऑफ एक्सीलेंस में पहली बार हो रही आईएसएसएफ़ वर्ल्ड कप की शुरूआत में ही भारत ने अपनी शानदार उपस्थिति दर्ज करा दी है।
भोपाल। फ्रांस के मेट्ज़ शहर में 22 से 26 मार्च तक होने वाली अंतर्राष्ट्रीय एबिलिम्पिक प्रतियोगिता में भाग लेने के लिये दिव्यांग प्रतिभागी रजनीश अग्रवाल आज जबलपुर से रवाना हुए। रजनीश एबिलिम्पिक में वेब पेज डिजाइनिंग एवं प्रोग्रामिंग प्रतिस्पर्धा में भाग लेंगे। आयुक्त नि:शक्तजन कल्याण संदीप रजक, सामाजिक न्याय के अधिकारी, जन-प्रतिनिधि, परिजन और गणमान्य नागरिकों ने शुभकामनाएँ दी।