नई दिल्ली.भारत और चीन ने विवादित डोकलाम से दूर एक दूसरी जगह पर अपनी-अपनी सेनाओं की तैनाती की है। सरकार ने माना है कि चीन ने इस जगह पर हेलिपैड, संतरी पोस्ट और सीमा पर नजर रखने के लिए खंदक बना ली हैं। रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में बताया कि इस जगह पर दोनों सेनाओं के जवानों की तादाद बेहद कम है। बता दें कि डोकलाम पर दोनों देशों के बीच पिछले साल 73 दिन तक तनाव बना रहा था। बाद में दोनों देशों के बीच आर्मी वापस बुलाने पर सहमति बन गई थी।
सीतारमण ने कहा- लगातार बात कर रहे हैं चीन से
- निर्मला सीतारमण ने सोमवार को लोकसभा में एक सवाल के जवाब में बताया- "सर्दियों में भी ये सैनिक बने रहें, इसके लिए पीपल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने संतरी चौकियों, खंदकों और हेलिपैड समेत कुछ बुनियादी निर्माण किया है।"
- "बॉर्डर से जुड़े मुद्दों पर डिप्लोमेटिक चैनल्स, बॉर्डर पर्सनल मीटिंग्स, फ्लैग मीटिंग्स के जरिए चीन से लगातार बात हो रही है।"
नॉर्थ डोकलाम में जवानों की तादाद बढ़ा रहा है चीन
- न्यूज एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि चीन नॉर्थ डोकलाम में अपने जवानों की तादाद बढ़ा रहा है। इसके अलावा विवादित इलाके में कई तरह के निर्माण भी कर रहा है।
- बता दें कि पिछले हफ्ते रक्षा राज्य मंत्री सुभाष भामरे ने कहा था कि भारत-चीन बॉर्डर पर हालात संवेदनशील हैं। बॉर्डर पर फिर से तनाव बढ़ सकता है।
खुद को मरीटाइम पावर बनाना चाहता है चीन
- लोकसभा में पेंटागन रिपोर्ट का हवाला देकर सीतामरण से पाकिस्तान में चीन के मिलिट्री बेस बनाए जाने को लेकर सवाल किया गया। इस पर सीतारमण ने कहा, "सरकार देश की सुरक्षा से जुड़े हर डेवलपमेंट पर नजर बनाए है। जहां कहीं भी कोई खतरा दिखाई देता है, उसके लिए जरूरी कदम उठाए जाते हैं।''
- सीतारमण ने कहा, "भारत चीन की खुद को मरीटाइम पावर (मरीन क्षेत्र में सबसे शक्तिशाली) बनने की मंशा को अच्छे से जानता है। चीन इसी योजना के तहत इंडियन ओशन के किनारे स्थित देशों में पोर्ट बनाने समेत दूसरे काम भी कर रहा है। इसमें भारत की मरीटाइम बाउंड्री के पास के हिस्से भी शामिल हैं।''
- रक्षा मंत्री ने कहा, "चीन और भारत कई मौकों पर दाेहरा चुके हैं कि दूसरे देशों की वजह से आपस के रिश्तों को प्रभावित नहीं होने देंगे।"
क्या था डोकलाम विवाद ?
- डोकलाम में विवाद 16 जून 2017 को तब शुरू हुआ था, जब इंडियन ट्रूप्स ने वहां चीन के सैनिकों को सड़क बनाने से रोक दिया था। हालांकि चीन का दावा था कि वह अपने इलाके में सड़क बना रहा था।
- इस एरिया का भारत में नाम डोका ला है जबकि भूटान में इसे डोकलाम कहा जाता है। चीन दावा करता है कि ये उसके डोंगलांग रीजन का हिस्सा है। भारत-चीन का जम्मू-कश्मीर से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक 3488 किलोमीटर लंबा बॉर्डर है। इसका 220 किलोमीटर हिस्सा सिक्किम में आता है।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने एम्स भोपाल में हुए मध्य भारत के पहले हार्ट ट्रांसप्लांट से पुनर्जीवन प्राप्त करने वाले मरीज दिनेश मालवीय से उनकी कुशलक्षेम पूछी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इस उपलब्धि के लिए एम्स भोपाल की टीम को बधाई दी।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि सिहंस्थ: 2028 का व्यवस्थित और सफल आयोजन राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। सिंहस्थ की व्यवस्थाओं का विस्तार उज्जैन जिले के ग्रामीण क्षेत्रों तक होगा, अत: इसमें पंचायत प्रतिनिधियों की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। सिंहस्थ के आयोजन में श्रद्धालुओं के आवागमन की दृष्टि से उज्जैन जनपद विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, इंडस्ट्रियल बेल्ट भी इसी क्षेत्र में विद्यमान है।
भोपाल। मध्य प्रदेश में सरकारी यात्री बस सेवा का संचालन कंपनियों के माध्यम से किया जाएगा। इसको लेकर परिवहन विभाग ने प्रस्ताव तैयार कर लिया है। इसको कैबिनेट की बैठक में रखा जाएगा। इससे पहले परिवहन विभाग ने संबंधित अन्य विभागों से यात्री परिवहन बस संचालन को लेकर राय ली। इसमें शहरी विकास विभागऔर विधि विभाग ने अपनी राय दे दी है। इसके तहत एक राज्य स्तर की कंपनी बनाई जाएगी।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में राज्य सरकार निरंतर किसानों के कल्याण के लिये कृत संपल्पित होकर कार्य कर रही है। सरकार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ज्ञान (GYAN) से ध्यान पर फोकस करते हुए 4 मिशन के क्रियान्वयन पर जोर दिया है। जल्द ही प्रदेश में किसान कल्याण के लिये मिशन भी प्रारंभ होने वाला है। वर्तमान में किसानों के कल्याण की विभिन्न योजनाएँ संचालित हो रही है।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने माँ नर्मदा जयंती की समस्त प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि माँ नर्मदा के अविरल प्रवाह ने मध्यप्रदेश को समृद्ध और खुशहाल बनाया है। मध्यप्रदेश की जीवन रेखा माँ नर्मदा का आशीर्वाद ऐसे ही अनवरत बरसता रहे, यही कामना है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नर्मदा जयंती पर प्रदेशवासियों से जल और संस्कृति के संरक्षण के लिए संकल्पित होने का आव्हान किया है।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि युवा वर्ग अपने सपनों को साकार करने के लिए आगे बढ़े। राज्य सरकार हरसंभव सहयोग प्रदान करने के लिए तत्पर है। इस क्रम में कल 5 फरवरी को सभी पात्र निर्धारित विद्यार्थियों को स्कूटी प्रदान की जाएगी। युवा वर्ग अपनी प्रावीण्यता का लाभ ले और अपने साथियों के लिए भी प्रेरणा का स्त्रोत बनें, इस उद्देश्य से यह उपक्रम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि युवा न केवल उद्यमी बनें अपितु सब प्रकार से सक्षम भी बनें और अपने लक्ष्य प्राप्ति में सफल हों।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पूर्वोत्तर राज्यों से भारत एकात्मता यात्रा पर आए विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश केवल भौगोलिक दृष्टि से ही नहीं, बल्कि सांस्कृतिक रूप से भी देश की एकता और अखंडता को दर्शाता है। उन्होंने प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत और राष्ट्रप्रेम की भावना को रेखांकित करते हुए विद्यार्थियों को इस विविधता का सम्मान करने और भारतीय संस्कृति को आत्मसात करने की प्रेरणा दी।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हाल ही में पेश केन्द्रीय बजट में मध्यप्रदेश के लिए रेलवे सुविधाओं के लिए 14 हजार 745 करोड़ रुपए के बजट आवंटन के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का आभार व्यक्त कर मध्यप्रदेश के नागरिकों की ओर से धन्यवाद दिया है।
भोपाल। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने गोपाल भार्गव को राजभवन में विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह का गरिमामय आयोजन राजभवन के दरबार हॉल में किया गया था। समारोह में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, उप-मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, उप-मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल भी मौजूद थे।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मंत्र को साकार कर जनता की जिन्दगी बदलना ही हमारी सरकार का लक्ष्य है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में जन-सामान्य ने अपना विश्वास व्यक्त किया है, उनके नेतृत्व में विकास की प्रक्रिया जारी है। विकास और जनकल्याण के लक्ष्य को संकल्प पत्र-2023 के अनुरूप धरातल पर उतारना हमारा उद्देश्य है। सभी विभाग संकल्प पत्र के सभी वादों, संकल्पों और घोषणाओं की पूर्ति का काम मिशन मोड में आरंभ कर समय-सीमा में लक्ष्य प्राप्ति सुनिश्चित करें।