मायानगरी और देश की आर्थिक राजधानी मुंबई पानी-पानी है। बारिश के रूप में आसमानी आफत को नियंत्रित तो नहीं किया जा सकता है। लेकिन समंदर से घिरी हुई मुंबई मंगलवार को समंदर में तब्दील हो गई। मुंबई पर अगले 24 घंटे तक आसमानी आफत का खतरा कायम है। मुंबई के सभी इलाकों का एक जैसा हाल है। आम और खास के बीच मौजूदा समय में एक समानता सी बन गई कि बारिश ने सबको रुला दिया। इन सबके बीच कुछ अहम सवाल ऐसे हैं, जिनका जवाब लोग सरकार से मांगते हैं। लेकिन सरकारी भाषा में सरकार के जवाब लोगों के पल्ले नहीं पड़ते हैं, और आम मुंबईकर इस तरह के हालातों का सामना करता है। आज से 12 साल पहले 26 जुलाई 2005 की बारिश का मंजर देखकर सिहरन सी होने लगती है। 2005 में देश की सबसे समृद्ध महामृनगरपालिका बृहन्न मुंबई नगर महापालिका ने लोगों को भरोसा दिलाया कि अब मुंबई कभी आसमानी आफत का शिकार नहीं बनेगी। लेकिन नतीजा सबके सामने है। सरकारी वादों और दावों के बीच करीब 37 हजार करोड़ वाली बीएमसी पर आप भरोसा कर सकते हैं। जवाब शायद न में होगा। बीएमसी क्यों नाकाम है इसकी चर्चा करने से पहले ये जानना जरूरी है कि मुंबई के लिए मंगलवार अमंगलकारी क्यों रहा।
मुंबई पर आसमानी आफत
- 1997 के बाद अगस्त में एक ही दिन में मंगलवार को सर्वाधिक बारिश हुई।
- मुंबई में मंगलवार को 298 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। यह वर्ष 1997 से अबतक अगस्त में एक दिन में हुई सर्वाधिक बारिश है। सांताक्रूज मौसम केंद्र ने 298 मिमी बारिश दर्ज की। आंकड़ों के अनुसार इससे पहले 23 अगस्त 1997 में 346.2 मिमी बारिश दर्ज की गई थी। उसके बाद मंगलवार 29 अगस्त को सर्वाधिक बारिश दर्ज की गई।
- मंगलवार को सुबह 8.30 बजे से लेकर 11.30 तक मुसलाधार बारिश हुई।
- सांताक्रुज में इस दौरान 88 मिमी बारिश दर्ज की गई।
- दादर में 115 मिमी और महालक्ष्मी में 105 मिमी बारिश हुई।
- कोलाबा में 152 मिमी बारिश दर्ज।
- मौसम विभाग ने साफ किया कि 2005 जैसे हालात नहीं हैं। 26 जुलाई 2005 को एक ही दिन में 944 मिमी बारिश दर्ज की गई थी।
- मुंबई में मंगलवार को जबरदस्त बारिश हुई। लेकिन ऐसा देखा गया है कि अंग्रेजों द्वारा बसाए गए इलाकों चर्चगेट, सीएसटी, मरीन ड्राइव में जलभराव की दिक्कत कम आती है। लेकिन देश की आजादी के बाद जिन हिस्सों को विकसित किया गया उन इलाकों में जलभराव की दिक्कत होती है।
- मंगलवार को पहली बार बांद्रा-वर्ली सी लिंक को यातायात के लिए बंद किया गया। हाइ टाइड की वजह से लिंक के एक हिस्से पर पानी भर गया था। 2009 में इस लिंक का उद्घाटन किया गया था।
- विमानों के परिचालन में करीब 35 मिनट की देरी हुई।
- पटरियों पर जलभराव की वजह से मुंबई की जीवन रेखा कही जाने वाली लोकल ट्रेनों के परिचालन पर असर पड़ा।
- पूर्वी और पश्चिमी एक्सप्रेस-वे, सायन-पनवेल राजमार्गों पर बुधवार को भी पानी भरा हुआ है।
- परेल और सायन में जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ।
- मुंबई में आज डिब्बावाले अपनी सेवा नहीं दे पाएंगे, क्योंकि मंगलवार को भारी बारिश की वजह से डिब्बा इकठ्ठा नहीं कर पाए थे।
- अरब सागर में उठे ज्वार ने मुंबईवासियों की मुश्किलों को और बढ़ा दिया। मंगलवार शाम करीब साढ़े चार बजे करीब साढ़े तीन मीटर ऊंची लहरें उठीं।
- मौसम विभाग के मुताबिक आने वाले 24 घंटे मुंबई के लिए आफत भरे होंगे। मुंबई के आसपास के इलाकों में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इसकी वजह से 250 मिमी तक अगले 24 घंटों में बारिश हो सकती है।
- सीएम देवेंद्र फडणवीस ने लोगों और कर्मचारियों से मंगलवार को जल्द से जल्द घर जाने की अपील की थी। इसके अलावा उन्होंने कहा कि ज्यादा जरूरत होने पर ही लोग घरों से बाहर निकलें।
- बारिश के पानी में करंट न दौड़े इसके लिए कई इलाकों में बिजली काट दी गई, ताकि किसी तरह का हादसा न हो। सायन के सरकारी अस्पताल में बिजली कटने की वजह से ओपीडी प्रभावित हुई। लेकिन इमरजेंसी वार्ड में काम होता रहा।
आम मुंबईकर यूं हुए परेशान
- एक तरफ आसमान से आफत बरस रही थी तो दूसरी तरफ लोग सड़कों पर रेलवे स्टेशनों और अस्पतालों में फंसे हुए थे। सरकारी इंतजामों पर लोगों का जमकर गुस्सा फूटा, साथ ही ऑटो और टैक्सी वालों की मनमानी से आम लोग परेशान रहे।
- मुंबई में भारी बारिश के कारण रेल सेवाएं और यातायात बाधित होने से परेशान यात्रियों ने हालात काबू में करने के लिए समय पर उचित कदम नहीं उठाने के लिए प्रशासन को दोषी ठहराया।
- अंधेरी में काम करने वाले एक मीडियाकर्मी मोइज उदयपुरवाला (30) ने कहा कि दोपहर में ट्रेन सेवाएं बाधित हो गईं, जिसके कारण उनके पास रे रोड स्थित अपने घर जाने के लिए कोई माध्यम नहीं बचा, क्योंकि सड़कों पर भारी जाम के कारण यातायात बाधित था। उन्होंने कहा कि उनके पास कार्यालय में रुकने के अलावा कोई चारा नहीं बचा.
- बैंक में काम करने वाली सोनाली ठक्कर ने आरोप लगाया कि टैक्सी चालकों ने प्रशासन की असफलता का फायदा उठाते हुए मनमाना किराया वसूला।
- मुंबई में बारिश ने ऐसा कहर बरपाया कि इस तेज रफ्तार शहर की जिंदगी बेपटरी हो गई। तेज बारिश से यहां अब तक पांच लोगों की मौत हो चुकी है। मौसम विभाग ने मुंबई में भारी बारिश के लिए रेड अलर्ट घोषित किया है।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने एम्स भोपाल में हुए मध्य भारत के पहले हार्ट ट्रांसप्लांट से पुनर्जीवन प्राप्त करने वाले मरीज दिनेश मालवीय से उनकी कुशलक्षेम पूछी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इस उपलब्धि के लिए एम्स भोपाल की टीम को बधाई दी।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि सिहंस्थ: 2028 का व्यवस्थित और सफल आयोजन राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। सिंहस्थ की व्यवस्थाओं का विस्तार उज्जैन जिले के ग्रामीण क्षेत्रों तक होगा, अत: इसमें पंचायत प्रतिनिधियों की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। सिंहस्थ के आयोजन में श्रद्धालुओं के आवागमन की दृष्टि से उज्जैन जनपद विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, इंडस्ट्रियल बेल्ट भी इसी क्षेत्र में विद्यमान है।
भोपाल। मध्य प्रदेश में सरकारी यात्री बस सेवा का संचालन कंपनियों के माध्यम से किया जाएगा। इसको लेकर परिवहन विभाग ने प्रस्ताव तैयार कर लिया है। इसको कैबिनेट की बैठक में रखा जाएगा। इससे पहले परिवहन विभाग ने संबंधित अन्य विभागों से यात्री परिवहन बस संचालन को लेकर राय ली। इसमें शहरी विकास विभागऔर विधि विभाग ने अपनी राय दे दी है। इसके तहत एक राज्य स्तर की कंपनी बनाई जाएगी।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में राज्य सरकार निरंतर किसानों के कल्याण के लिये कृत संपल्पित होकर कार्य कर रही है। सरकार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ज्ञान (GYAN) से ध्यान पर फोकस करते हुए 4 मिशन के क्रियान्वयन पर जोर दिया है। जल्द ही प्रदेश में किसान कल्याण के लिये मिशन भी प्रारंभ होने वाला है। वर्तमान में किसानों के कल्याण की विभिन्न योजनाएँ संचालित हो रही है।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने माँ नर्मदा जयंती की समस्त प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि माँ नर्मदा के अविरल प्रवाह ने मध्यप्रदेश को समृद्ध और खुशहाल बनाया है। मध्यप्रदेश की जीवन रेखा माँ नर्मदा का आशीर्वाद ऐसे ही अनवरत बरसता रहे, यही कामना है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नर्मदा जयंती पर प्रदेशवासियों से जल और संस्कृति के संरक्षण के लिए संकल्पित होने का आव्हान किया है।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि युवा वर्ग अपने सपनों को साकार करने के लिए आगे बढ़े। राज्य सरकार हरसंभव सहयोग प्रदान करने के लिए तत्पर है। इस क्रम में कल 5 फरवरी को सभी पात्र निर्धारित विद्यार्थियों को स्कूटी प्रदान की जाएगी। युवा वर्ग अपनी प्रावीण्यता का लाभ ले और अपने साथियों के लिए भी प्रेरणा का स्त्रोत बनें, इस उद्देश्य से यह उपक्रम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि युवा न केवल उद्यमी बनें अपितु सब प्रकार से सक्षम भी बनें और अपने लक्ष्य प्राप्ति में सफल हों।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पूर्वोत्तर राज्यों से भारत एकात्मता यात्रा पर आए विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश केवल भौगोलिक दृष्टि से ही नहीं, बल्कि सांस्कृतिक रूप से भी देश की एकता और अखंडता को दर्शाता है। उन्होंने प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत और राष्ट्रप्रेम की भावना को रेखांकित करते हुए विद्यार्थियों को इस विविधता का सम्मान करने और भारतीय संस्कृति को आत्मसात करने की प्रेरणा दी।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हाल ही में पेश केन्द्रीय बजट में मध्यप्रदेश के लिए रेलवे सुविधाओं के लिए 14 हजार 745 करोड़ रुपए के बजट आवंटन के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का आभार व्यक्त कर मध्यप्रदेश के नागरिकों की ओर से धन्यवाद दिया है।
भोपाल। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने गोपाल भार्गव को राजभवन में विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह का गरिमामय आयोजन राजभवन के दरबार हॉल में किया गया था। समारोह में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, उप-मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, उप-मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल भी मौजूद थे।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मंत्र को साकार कर जनता की जिन्दगी बदलना ही हमारी सरकार का लक्ष्य है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में जन-सामान्य ने अपना विश्वास व्यक्त किया है, उनके नेतृत्व में विकास की प्रक्रिया जारी है। विकास और जनकल्याण के लक्ष्य को संकल्प पत्र-2023 के अनुरूप धरातल पर उतारना हमारा उद्देश्य है। सभी विभाग संकल्प पत्र के सभी वादों, संकल्पों और घोषणाओं की पूर्ति का काम मिशन मोड में आरंभ कर समय-सीमा में लक्ष्य प्राप्ति सुनिश्चित करें।