मरीज की मौत के बाद परिजनों ने किया हंगामा
भोपाल (एमपी मिरर)। हमीदिया अस्पताल में मेडिकल वार्ड नंबर 5 में दिमागी बुखार से पीड़ित 35 वर्षीय युवक की बुधवार सुबह मौत हो गई। मरीज की मौत हो जाने पर उसके परिजनों ने जमकर हंगामा मचाया। यह वही मरीज था, जो सोमवार रात पलंग से गिर गया था और रातभर जमीन पर ठंडे फर्श पर पड़ा रहा था, लेकिन इस दौरान न तो डॉक्टरों ने और न ही स्टॉफ ने इसकी सुध ली। इस कारण उसकी हालत और बिगड़ गई थी और इलाज के अभाव में उसकी मौत हो गई।
आए दिन सुर्खियों रहता है हमीदिया
हमीदिया अस्पताल आए दिन किसी न किसी विवाद को लेकर सुर्खियों में रहता है। यहां की व्यवस्था दयनीय और बदतर इंतजाम हैं। जूडा और मरीजों के बीच भी आए दिन विवाद और मारपीट के मामले सामने आते रहते हैं। तीन दिन पहले ही एक मरीज के परिजनों से जूडा ने मारपीट की थी और उन्हें अस्पताल से बाहर भगा दिया था, जिससे मरीज के परिजन को कड़कड़ती ठंड में परिसर के बाहर ही रात गुजारनी पड़ी थी। शिकायत करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई थी।
सीएम का दौरा भी नहीं बदल सका हमीदिया के हालात
हाल ही में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हमीदिया अस्पताल का दौरा किया था। सीएम के दौरे के बाद भी हमीदिया अस्पताल के हालात और व्यवस्थाओं में कोई सुधार नहीं आया है। जब सरकार की नाक के नीचे राजधानी की अस्पतालों के ये हालात हैं तो प्रदेश की जिला अस्पतालों के हालात कैसे होंगे।
दिनभर चलता रहा हमीदिया में हंगामा
हमीदिया अस्पताल में बुधवार को दिनभर हंगामा चलता रहा। यहां भर्ती एक मरीज की बुधवार सुबह इलाज के दौरान मौत हो गई। यह वही मरीज था, जो सोमवार रात पलंग से गिर गया था। यह मामला मीडिया की सुर्खियों में आने के बाद प्रबंधन की लापरवाही एक बार फिर सामने आई थी। परिजनों का आरोप है कि इसकी शिकायत करने से उसका इलाज ठीक से नहीं किया गया और डॉक्टरों की लापरवाही से उसकी मौत हो गई। हंगामे के चलते अस्पताल में मौजूद सिक्यूरिटी स्टॉफ की समझाइश के बाद परिजनों ने हंगामा बंद किया।
दिमागी बुखार से पीड़ित था मृतक
अस्पताल सूत्रों ने बताया कि हॉस्पिटल के मेडिकल वार्ड नंबर 5 में दिमागी बुखार से पीड़ित 35 वर्षीय युवक भर्ती था। सोमवार रात सीनियर रेसीडेंट और जूनियर डॉक्टर्स ने जांच के बाद उन्हें जरूरी दवाएं दी थीं। डॉक्टर्स द्वारा बताई गई दवाएं देकर ड्यूटी नर्स कैबिन में सो गई। जूनियर डॉक्टर्स ने उसके अटेंडर को वार्ड से बाहर निकाल दिया। मंगलवार सुबह युवक की पत्नी जब वार्ड में मरीज को देखने पहुंची तो वह पलंग के नीचे जमीन पर पड़ा हुआ था। इसकी शिकायत करने पर पैरामेडिकल स्टॉफ ने राकेश को पलंग पर शिफ्ट किया और इलाज शुरू किया। इस दौरान बुधवार सुबह उसकी मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि शिकायत करने के बाद उसका ठीक से इलाज नहीं किया गया। इस कारण उसकी मौत हो गर्ई। वहीं इस संबंध में अस्पताल अधीक्षक डॉ. दीपक मरावी ने घटना के संबंध में कुछ भी बताने से इनकार कर दिया। उनका कहना था कि वे एक मीटिंग में हैं। इस कारण मेडिकल वार्ड 5 में पलंग से मरीज के गिरने और उसके जमीन पर पड़े रहने के संबंध में कोई भी जानकारी नहीं है।
मीडिया को जानकारी दी तो बंद कर देंगे इलाज
वार्ड में पलंग से गिरने के बाद मरीज के रातभर जमीन में पड़े रहने की शिकायत करने मरीज के परिजन दोपहर में अस्पताल अधीक्षक डॉ. दीपक मरावी के पास पहुंचे थे। डॉ. मरावी ने घटना की जानकारी मीडिया को देने पर मरीज का इलाज बंद करने की धमकी देकर उन्हें लौटा दिया था। जबकि परिजन घटना के लिए जिम्मेदार वार्ड की ड्यूटी नर्स और सीनियर रेसीडेंट डॉक्टर की शिकायत करने अधीक्षक दफ्तर पहुंचे थे।
एम्स में डॉक्टर ने की मरीज के लड़के से मारपीट
भोपाल। राजधानी के एम्स अस्पताल में एक आथोर्पेडिक डॉक्टर द्वारा मरीज के लड़के के साथ कथित मारपीट करने का मामला सामने आया है। खबर है कि डॉक्टर ने लड़के के साथ महज इस बात के लिए मारपीट की है कि उसने अपने पिता का मेडिकल टेस्ट बाहर कराने के बजाय एम्स में कराए जाने की बात कही थी। मरीज के लड़के के साथ डॉक्टर द्वारा की गई मारपीट के बाद परिजनों ने अस्पताल में हंगामा भी किया। मरीज के परिजन डॉक्टर के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाने के लिए बागसेवनियां थाने पहुंचे।
जानकारी के अनुसार डॉक्टर की मारपीट का शिकार हुए नेहरू नगर निवासी शुभम जोशी उम्र 22 वर्ष ने बताया कि उसके पिता विष्णु प्रसाद जोशी उम्र 54 वर्ष की बीते दिनों घर में फिसल जाने से पैर की हड्डी टूट गई थी। पिता का इलाज कराने के लिए वह एम्स अस्पताल आए थे। यहां पर आॅर्थोपेडिक डॉक्टर विवेक कोरी उसके पिता का इलाज कर रहे थे। शुभम बताया कि बुधवार दोपहर वह अपने पिता के साथ एम्सअस्पताल पहुंचे थे। डॉक्टर विवेक कोरी द्वारा प्रिस्क्राइब किए गए टेस्ट का पर्चा लेकर लैब गए। लैब कर्मचारी ने उस समय शुभम से कहा था कि टेस्ट हो जाएगा, फॉर्म पर डॉक्टर के साइन करवाकर ले आओ।
शुभम का कहना है कि जब वह डॉक्टर का साइन के लिए केबिन के बाहर गए तो डॉक्टर केबिन के बाहर बैठे अटेंडेंट ने उन्हें कहा कि यह टेस्ट यहां पर नहीं होगा। टेस्ट को बाहर करवाना होगा। शुभम का कहना है कि अटेंडेंट की इस बात का उन्होंने विरोध किया, तभी अचानक एम्स के एक अन्य आॅर्थोपेडिक डॉक्टर सिद्धार्थ गुप्ता केबिन के बाहर आए और शुभम के साथ मारपीट करने लगे।
पीड़ित का कहना है कि डॉक्टर द्वारा की गई मारपीट में उन्हें चेहरे, गर्दन और सिर पर चोटें आई हैं। शुभम परिजन सहित डॉक्टर के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए बागसेवनियां थाने पहुंच गया। बागसेवनियां पुलिस का कहना है कि अस्पताल द्वारा कथित मारपीट का शिकार एक युवक अपने परिजनों के साथ थाने पहुंचा है। मामले की जांच की जा रही है।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने एम्स भोपाल में हुए मध्य भारत के पहले हार्ट ट्रांसप्लांट से पुनर्जीवन प्राप्त करने वाले मरीज दिनेश मालवीय से उनकी कुशलक्षेम पूछी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इस उपलब्धि के लिए एम्स भोपाल की टीम को बधाई दी।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि सिहंस्थ: 2028 का व्यवस्थित और सफल आयोजन राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। सिंहस्थ की व्यवस्थाओं का विस्तार उज्जैन जिले के ग्रामीण क्षेत्रों तक होगा, अत: इसमें पंचायत प्रतिनिधियों की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। सिंहस्थ के आयोजन में श्रद्धालुओं के आवागमन की दृष्टि से उज्जैन जनपद विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, इंडस्ट्रियल बेल्ट भी इसी क्षेत्र में विद्यमान है।
भोपाल। मध्य प्रदेश में सरकारी यात्री बस सेवा का संचालन कंपनियों के माध्यम से किया जाएगा। इसको लेकर परिवहन विभाग ने प्रस्ताव तैयार कर लिया है। इसको कैबिनेट की बैठक में रखा जाएगा। इससे पहले परिवहन विभाग ने संबंधित अन्य विभागों से यात्री परिवहन बस संचालन को लेकर राय ली। इसमें शहरी विकास विभागऔर विधि विभाग ने अपनी राय दे दी है। इसके तहत एक राज्य स्तर की कंपनी बनाई जाएगी।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में राज्य सरकार निरंतर किसानों के कल्याण के लिये कृत संपल्पित होकर कार्य कर रही है। सरकार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ज्ञान (GYAN) से ध्यान पर फोकस करते हुए 4 मिशन के क्रियान्वयन पर जोर दिया है। जल्द ही प्रदेश में किसान कल्याण के लिये मिशन भी प्रारंभ होने वाला है। वर्तमान में किसानों के कल्याण की विभिन्न योजनाएँ संचालित हो रही है।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने माँ नर्मदा जयंती की समस्त प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि माँ नर्मदा के अविरल प्रवाह ने मध्यप्रदेश को समृद्ध और खुशहाल बनाया है। मध्यप्रदेश की जीवन रेखा माँ नर्मदा का आशीर्वाद ऐसे ही अनवरत बरसता रहे, यही कामना है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नर्मदा जयंती पर प्रदेशवासियों से जल और संस्कृति के संरक्षण के लिए संकल्पित होने का आव्हान किया है।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि युवा वर्ग अपने सपनों को साकार करने के लिए आगे बढ़े। राज्य सरकार हरसंभव सहयोग प्रदान करने के लिए तत्पर है। इस क्रम में कल 5 फरवरी को सभी पात्र निर्धारित विद्यार्थियों को स्कूटी प्रदान की जाएगी। युवा वर्ग अपनी प्रावीण्यता का लाभ ले और अपने साथियों के लिए भी प्रेरणा का स्त्रोत बनें, इस उद्देश्य से यह उपक्रम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि युवा न केवल उद्यमी बनें अपितु सब प्रकार से सक्षम भी बनें और अपने लक्ष्य प्राप्ति में सफल हों।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पूर्वोत्तर राज्यों से भारत एकात्मता यात्रा पर आए विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश केवल भौगोलिक दृष्टि से ही नहीं, बल्कि सांस्कृतिक रूप से भी देश की एकता और अखंडता को दर्शाता है। उन्होंने प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत और राष्ट्रप्रेम की भावना को रेखांकित करते हुए विद्यार्थियों को इस विविधता का सम्मान करने और भारतीय संस्कृति को आत्मसात करने की प्रेरणा दी।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हाल ही में पेश केन्द्रीय बजट में मध्यप्रदेश के लिए रेलवे सुविधाओं के लिए 14 हजार 745 करोड़ रुपए के बजट आवंटन के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का आभार व्यक्त कर मध्यप्रदेश के नागरिकों की ओर से धन्यवाद दिया है।
भोपाल। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने गोपाल भार्गव को राजभवन में विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह का गरिमामय आयोजन राजभवन के दरबार हॉल में किया गया था। समारोह में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, उप-मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, उप-मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल भी मौजूद थे।
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मंत्र को साकार कर जनता की जिन्दगी बदलना ही हमारी सरकार का लक्ष्य है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में जन-सामान्य ने अपना विश्वास व्यक्त किया है, उनके नेतृत्व में विकास की प्रक्रिया जारी है। विकास और जनकल्याण के लक्ष्य को संकल्प पत्र-2023 के अनुरूप धरातल पर उतारना हमारा उद्देश्य है। सभी विभाग संकल्प पत्र के सभी वादों, संकल्पों और घोषणाओं की पूर्ति का काम मिशन मोड में आरंभ कर समय-सीमा में लक्ष्य प्राप्ति सुनिश्चित करें।